Sushil Modi : भारतीय जनता पार्टी बिहार के शीर्ष नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को बिहार आने से पहले ही क्यों बताया कि कैंसर हो गया है, यह उनकी ताजा तस्वीरें बता रही हैं। आप भी देखकर सन्न रह जाएंगे।
बिहार भाजपा को दशकों तक सींचने वाले सुशील मोदी की ऐसी तस्वीर चौकाने वाली है। कार्यकर्ता से लेकर बिहार के लोग आहत हैं। चेहरे पर चमक की जगह मायूसी साफ झलक रही है। बुधवार को सुशील मोदी ने जब ये बताया कि उन्हें कैंसर है और इस कारण वे लोकसभा चुनाव से दूर रहेंगे, तब इस तस्वीर की कल्पना किसी ने नहीं की थी।
चेहरे पर मायूसी, कैंसर का दर्द, स्वास्थ्य का गिरना…
सुशील मोदी की ये तस्वीर बता रही है कि कैंसर ने कैसे उन्हें तोड़ दिया है। हैरत की बात ये है कि बीते छह महीने से कैंसर से जूझ रहे सुशील मोदी ने ये मनहूस खबर अबतक किसी को नहीं बताई। परिजन से लेकर मीडिया घराने तक इस आफत से अंजान रहे। बुधवार को व्हील चेयर पर जाते सुशील मोदी को देख आसानी से समझा जा सकता है कि कैंसर ने उन्हें किस तरह तोड़ दिया है।
नीतीश कुमार के साथ हिट रही सुशील मोदी की जोड़ी
सुशील मोदी 1990 से बिहार भाजपा के सबसे सक्रिय चेहरा रहे। पहले लालू-नीतीश राजनीति में साथ आए। तब सुशील मोदी सामने खड़े रहे। बाद में नीतीश और सुशील मोदी साथ हो गए। 2020 के विधानसभा चुनाव तक नीतीश और सुशील मोदी की जोड़ी खूब चर्चा में रही। हालांकि भाजपा ने उन्हें दिल्ली भेज दिया।सुशील कुमार मोदी 1990 में पहली बार बिहार विधानसभा में चुनकर आए और फिर लगातार तीन बार 2004 तक वह विधायक रहे। विधानसभा में वह 1996 से 2004 तक नेता प्रतिपक्ष के रूप में रहे। विधानसभा के बाद 2004 में लोकसभा गए। फिर 2005 तक सांसद रहे। सीएम नीतीश कुमार के दूसरे कार्यकाल में उनके साथ उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री बनने के लिए उन्हें विधान परिषद् का रास्ता मिला। नवंबर 2005 में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी और 2006 से वह बिहार विधान परिषद् के सदस्य चुने जाते रहे। 2006 से 2012, फिर 2018 तक और फिर 2020 में राज्यसभा भेजे जाने तक वह इसी सदन के सदस्य रहे।