Delhi Election : दो एग्जिट पोल छोड़ सभी ने भाजपा की सरकार का संकेत दिया था। हुआ भी वही। 48 के मुकाबले 22 सीटें हासिल कर आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है। भाजपा की जीत के बाद पीएम मोदी ने पार्टी मुख्यालय में मन की बात रखी।
Delhi Result : भूतपूर्व मुख्यमंत्री के बेटे या कोई नया चेहरा सीएम… जानें तैयारी
दिल्ली में 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से भाजपा ने 68 पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें 48 ने जीत हासिल की। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 22 सीटों से संतोष करना पड़ा है। देश के सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को दिल्ली में एक भी सीट नसीब नहीं हुई है।
भाजपा से दो भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे जीते हैं। एक ने तो आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल को शिकस्त दी है। भाजपा अब फैसला कर विधायक दल की बैठक में नाम सामने करेगी कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री के बेटे या कोई नया चेहरा दिल्ली के सीएम पद की शपथ के लिए चुना जाएगा। पीएम मोदी ने जीत के बाद भाजपा मुख्यालय पहुंच मन की बात की।
PM Modi बोले- यमुना मैया की जय… दिल्ली वालों ने दिल खोलकर भाजपा को जिताया
यमुना मैया की जय… कहते हुए भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के सामने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- “आज दिल्ली में दिल्ली के लोगों में एक उत्साह भी है, एक सुकून भी है। उत्साह विजय का है और सुकून दिल्ली को आपदा से मुक्त करने का है। साथियो, मैंने हर दिल्ली वासी के नाम एक पत्र भेजा था और आप सबने हर परिवार में मेरा यह एक पत्र पहुंचाया था।
मैंने प्रार्थना की थी कि 21वीं सदी में भाजपा को सेवा का अवसर दीजिए। दिल्ली को विकसित भारत की विकसित राजधानी बनाने के लिए सेवा का मौका दीजिए। मोदी की गारंटी पर भरोसा करने के लिए मैं दिल्ली वासियों को सिर झुका कर धन्यवाद देता हूं। मैं दिल्ली वासियों का आभार व्यक्त करता हूं। साथियों दिल्ली ने दिल खोलकर हमें प्यार दिया है।”
Result Delhi Election : भाजपा के 10 फीसदी वोट बढ़े, सीटें 8 से बढ़कर 48 हो गईं
भाजपा को पिछले चुनाव के मुकाबले वोट शेयर में 10% से भी कम का फायदा हुआ है, लेकिन उसकी सीटें 8 से बढ़कर 48 हो गई हैं। आम आदमी पार्टी को 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि इस बार वह महज 22 सीटों पर सिमट कर रह गई है। कांग्रेस या अन्य में किसी का खाता नहीं खुला है।
Delhi New CM : सीएम की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार ने जीत हासिल की
नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा के प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा और सबसे मजबूत उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुके हैं। प्रवेश वर्मा पहले से ही सीएम की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे थे और अरविंद केजरीवाल को हराने के बाद उनका नंबर अपने आप बढ़ गया है। ऐसे में भाजपा के लिए उनकी जगह किसी और को चुनना थोड़ा मुश्किल होगा, हालांकि चौंकाने वाला नाम सामने करने के फेर में कुछ बदल जाए तो अजूबा नहीं।
Delhi Election 2025 : केजरीवाल-सिसोदिया हारे, आतिशी जीतीं; प्रमुख चेहरों का हाल
आम आदमी पार्टी के दूसरे सबसे चर्चित चेहरे मनीष सिसोदिया जंगपुरा विधानसभा सीट पर भाजपा के तरविंदर सिंह मरवाह से हार गए। दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहीं आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट पर भाजपा के रमेश बिधूड़ी को हरा दिया। करोल बाग सीट पर आम आदमी पार्टी के विशेष रवि ने भाजपा के दुष्यंत गौतम को हरा दिया है।
ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर भाजपा की शिखा राय ने आम आदमी पार्टी के आतिशी सरकार के मंत्री सौरव भारद्वाज को शिकस्त दी है। बाबरपुर सीट पर आम आदमी पार्टी के गोपाल राय ने भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ठ को हरा दिया। बिजवासन सीट पर भाजपा के कैलाश गहलोत ने आपके सुरेंद्र भारद्वाज को हराया। करावल नगर सीट पर भाजपा के कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी के मनोज त्यागी को हराया।
Delhi Result 2025 : मदनलाल खुराना के बेटे हरीश भी जीते, दिग्गजों का हाल देखें
मोती नगर सीट पर भाजपा के हरीश खुराना ने आम आदमी पार्टी के शिवचरण गोयल को हराया। हरीश खुराना भारतीय जनता पार्टी कोटे से दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके मदनलाल खुराना के बेटे हैं। पटपड़गंज सीट पर भाजपा के रविंद्र नेगी ने आम आदमी पार्टी के अवध ओझा, गांधीनगर सीट पर भाजपा के अरविंदर सिंह लवली ने आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी को हराया।
रोहिणी सीट पर भाजपा के विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के प्रदीप मित्तल, नांगलोई जाट सीट पर भाजपा के मनोज कुमार शौकीन ने आम आदमी पार्टी के रघुवीर शौकीन, सुल्तानपुर माजरा सीट पर भाजपा के मुकेश अहलावत ने आम आदमी पार्टी के करम सिंह कर्मा, बल्लीमारां सीट पर भाजपा के इमरान हुसैन ने आम आदमी पार्टी के कमल बागरी को हरा दिया है।
Delhi Election : 70 में 68 पर कांग्रेस की जमानत जब्त, सबसे ज्यादा-कम वोट से कौन जीते
देश की सबसे पुरानी पार्टी और संसद में विपक्ष का नेता देने वाली कांग्रेस की हालत तो यह रही कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की सभी 70 सीटों पर उसने प्रत्याशी उतारे और उनमें से 68 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित नई दिल्ली विधानसभा सीट से बुरी तरह हारे हैं। इस सीट पर अरविंद केजरीवाल को भाजपा के प्रवेश वर्मा ने हराया।
अब तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा अंतर से जीत मटिया महल विधानसभा सीट पर हुई, जहां आम आदमी पार्टी के आले मुहम्मद ने भाजपा की दीप्ति को 42000 से ज्यादा वोटो के अंतर से हराया। सबसे कम अंतर की बात करें तो त्रिलोकपुरी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के रविकांत ने आम आदमी पार्टी की अंजना पर्चा को 392 वोटो से हराया।
Bihar News : नीतीश कुमार और चिराग पासवान की पार्टी के प्रत्याशी बुरी तरह हारे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों पर ज्यादा भरोसा नहीं करना भारतीय जनता पार्टी के लिए फायदेमंद रहा। भारतीय जनता पार्टी ने 70 में से 68 सीटें अपने पास रखी थीं। एक सीट बुराड़ी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को दी थी, जबकि चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को देवली सीट पर चुनाव लड़ने का अवसर दिया था। इन दोनों घटक दलों के प्रत्याशी बुरी तरह से हार गए।
Delhi Result : 52 दिन की सीएम के 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा सरकार
भाजपा ने 27 साल बाद यह करिश्मा कर दिखाया है। 27 साल पहले दिवंगत सुषमा स्वराज 52 दिन के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। इस जीत के साथ ही भाजपा की सरकार बन रही है। इसे देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली को भाजपा ने पूरी तरह अपने अंदर कर दिखाया है। आम आदमी पार्टी की हार के बाद दिल्ली सचिवालय को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। किसी भी फाइल में कोई हेरफेर नहीं हो, इसके लिए चाक-चौबंद व्यवस्था कर दी गई है। आम आदमी पार्टी के दिग्गजों पर कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं और भाजपा सरकार अब इत्मिनान से वह फाइलें खोलेगी।
BJP Win Why : भाजपा की जीत और आप की हार के कारण भी समझें
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भले आत्मविश्वास ज्यादा था, लेकिन जमीन पर रहने वाले उनके विधायकों को अंदाजा था। आम आदमी पार्टी के आठ विधायक चुनाव के ठीक पहले भाजपा में चले गए थे। संतोष की बात बस यही है कि आम आदमी पार्टी के पांच कैबिनेट मंत्री इस चुनाव में उतरे और चार ने जीत हासिल कर ली। कालकाजी सीट पर खुद मुख्यमंत्री रहीं आतिशी चुनाव जीती हैं।
बल्लीमारान विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के इमरान हुसैन बाबरपुर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के गोपाल राय सुल्तानपुर माजरा सीट पर आम आदमी पार्टी के मुकेश कुमार अहलावत ने जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रहे सौरव भारद्वाज ग्रेटर कैलाश सीट से चुनाव हार गए।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के कारणों पर बात करें तो बड़े नेताओं का जेल जाना एक बड़ी वजह रही। खुद मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल को शराब नीति को लेकर जेल जाना पड़ा और जब वह रिहा हुए तो उन्होंने अपनी कुर्सी आतिशी को दे दी। पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी लंबे समय तक जेल में रहे।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को भी लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा। आम आदमी पार्टी ने आम आदमी की छवि जो शुरू में दिखाई थी, वह खुद केजरीवाल के वीआईपी कल्चर के कारण ध्वस्त हुई और वह इसका अंदाजा लगाने में नाकाम रहे। रेवड़ियों का ऑफर नहीं चलना भी हार का एक बड़ा कारण रहा।
पूरे देश में फ्री बिजली जैसा ऑफर पहले दिल्ली में ही चर्चित हुआ। अरविंद केजरीवाल फ्री बिजली-पानी जैसी योजनाओं के कारण दिल्ली की जनता के मन में बस गए थे, लेकिन यह दांव हर बार की तरह इस बार काम नहीं आया क्योंकि सभी पार्टियों ने कमोबेश इस तरह की घोषणाएं कर दीं। इन सभी के साथ आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जो घोषणाएं की थीं, उन घोषणाओं को पूरा करने में वह नाकाम रहे। खासकर यमुना को लेकर उन्होंने जो कहा था, वह नहीं कर सके।
चुनाव के ठीक पहले उन्होंने यमुना का जो मुद्दा उठाया, उसे भी जनता ने नकार दिया। और, अंतिम में यह भी कि इंडी गठबंधन में बिखराव भी भाजपा की इस तरह से एकतरफा जीत का एक बड़ा कारण रहा। कांग्रेस को अपने ऊपर विश्वास था जबकि अरविंद केजरीवाल आत्मविश्वास से लबरेज थे। नतीजा सामने है।