Bihar News में NEET Paper Leak सुर्खियों में है। EOU ने जांच रिपोर्ट CBI को सौंप दी है। इस बीच बिहार का राजनीतिक पारा भी सातवें आसमान पर है।
NEET 2024 : संजीव मुखिया पर क्यों मचा है सियासी बवाल
राष्ट्रीय प्रवेश पात्रता परीक्षा NEET पेपर लीक को लेकर बिहार में बवाल मचा है। आर्थिक अपराध इकाई ने अपनी जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है। अब इस पूरे मामले में संजीव मुखिया किंगपिन बनकर सामने आया है। उसे के पेपर लीक गैंग का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। फिलहाल वह पुलिस के हत्थे तो नहीं चढ़ा है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इस बीच बिहार में सियासी संग्राम भी मच गया है। पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर पेपर लीक कांड के आरोपियों से मिले होने के आरोप लगा रहा है। लिहाजा राजद ने बड़ा खुलासा कर दिया है। संजीव मुखिया की पत्नी को लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाने का खुलासा भी हुआ है। इसके साथ ही संजीव मुखिया के जेडीयू कनेक्शन को भी राजद ने सामने रखा है। राजद के सांसद मनोज झा ने तो यहां तक कह दिया है कि इस गैंग का कनेक्शन मुख्यमंत्री के गृह जिले से है और माफियाओं का एक अणे मार्ग में बेरोक-टोक आना-जाना होता है।
पत्नी के कारण संजीव बना मुखिया, चिराग की पार्टी से मिला टिकट
संजीव मुखिया का असली नाम संजीव सिंह है। मूल रूप से नालंदा के नगर नौसा का रहने वाला संजीव मुखिया सॉल्वर गैंग का सदस्य है। नीट ही नहीं, बल्कि कई परीक्षाओं का प्रवेश पत्र लीक करने के मामले में संजीव मुखिया मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी एक ग्राम पंचायत की मुखिया चुनी गई थी। इसके बाद ही संजीव सिंह को मुखिया के नाम से पुकारा जाने लगा। बाद में वह संजीव मुखिया के नाम से प्रख्यात हो गया। नूरसराय के एक कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात था। बाद में संजीव सबौर कृषि महाविद्यालय में भी तैनात था। पेपर लीक में उसका नाम सामने आने के बाद उसका तबादला कर दिया गया। 2016 में उत्तराखंड पुलिस ने भी संजीव को गिरफ्तार किया था। इस बीच राजद ने आरोप लगाया है कि लोक जनशक्ति पार्टी यानी चिराग पासवान की पार्टी ने संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी को नालंदा के हरनौत विधानसभा से टिकट दिया था। हालांकि चुनाव में वह हार गई थी।
CM Nitish Kumar के साथ फोटो, JDU की है नेता
आरजेडी सांसद मनोज झा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कुछ अखबार के कटिंग सामने रखे। उन्होंने बताया कि बीपीएससी परीक्षा की हेराफेरी में भी संजीव मुखिया सूत्रधार था। इसमें उसके बेटे शिव का नाम सामने आया था। लेकिन उसने बाहर से ही जमानत ले ली। उसे जमानत किसने दिलाया यह जांच का विषय है। मनोज झा ने कहा कि संजीव मुखिया की पत्नी जदयू की बड़ी नेता हैं। चुनाव लड़ चुकी हैं। नीतीश कुमार के साथ कई तस्वीरें भी मौजूद हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पेपर लीक के किंगपिन को बचाने की कोशिश कौन और क्यों कर रहा है? मनोज झा ने यहां तक आरोप लगाया कि इसका कनेक्शन मुख्यमंत्री के गृह जिले से है। एक अणे मार्ग में यह बेरोक-टोक आता जाता है।