NEET EXAM 2024 अब Cancel होना लगभग तय है। Neet Paper Leak का सबसे बड़ा सबूत NTA को मिल चुका है। वहीं तेजस्वी यादव अब इस प्रकरण में घिर गए हैं।
Neet Exam 2024 : अब रद्द होना तय है
डॉक्टर बनने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जो परीक्षा आयोजित की थी उसमें एनटीए खुद फेल हो गई। नीट 2024 पहले दिन से विवादों में है। अब बिहार पुलिस ने ऐसा सबूत सामने रख दिया है की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के पास इसे कैंसल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। आरोपी के कबूलनामे से साफ है कि नीट 2024 का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही माफियाओं के हाथ लग चुका था। समस्तीपुर के रहने वाले अभ्यर्थी ने पटना पुलिस के सामने जो खुलासा किया वह कबूलनामा यह बताता है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की सुरक्षा में सेंधमारी की गई थी। सरकार चाहे जो भी कहे, लेकिन यह कबूलनामा यही कह रहा है कि अब तो नीट की परीक्षा रद्द करनी ही पड़ेगी। अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई तो यह सीधे-सीधे उन परीक्षार्थियों के साथ बेईमानी होगी जिन्होंने ईमानदारी के साथ तैयारी की और परीक्षा दिया।
Patna Police के सामने Neet अभ्यर्थी का खुलासा पढ़िए
नीट परीक्षा लीक मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी भले ही पेपर लीक की बात को अब तक स्वीकार करने को तैयार नहीं है, लेकिन पटना पुलिस के खुलासे ने यह साफ कर दिया है कि माफियाओं के हाथ प्रश्न पत्र पहले ही लग चुका था। पटना के शास्त्री नगर थाना पुलिस ने जिस अभ्यर्थी अनुराग यादव को गिरफ्तार किया था, उसके बयान ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल उठा दिया है। समस्तीपुर के हसनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत परिदा गांव के रहने वाले संजीव कुमार के पुत्र अनुराग यादव ने शास्त्री नगर थाना पुलिस को नीट परीक्षा लीक से जुड़े अपने बयान में बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया है कि वह कोटा में रहकर कोचिंग में पढ़ाई कर रहा था। तब उसके फूफा और नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड दानापुर नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद ने उसे कोटा से वापस आने को कहा। उसे बताया गया की परीक्षा का सेटिंग हो चुका है। 4 मई की रात सिकंदर ने अनुराग को अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास पहुंचा दिया। यहां पर नीट के परीक्षा प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका पहले से उपलब्ध कराए गए थे। 4 मई की रात प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका को रटवाया गया। शास्त्री नगर पुलिस को दिए बयान में अनुराग ने यह कबूल किया है कि जब वह परीक्षा देने गया तो वही प्रश्न परीक्षा में आए जो प्रश्न उसे रटवाया गया था। हालांकि परीक्षा के तुरंत बाद पटना पुलिस ने उसे दबोच लिया। प्रश्न पत्र लीक से जुड़े इस मामले में आरोपी का यह बयान साफ कर रहा है कि नीट का प्रश्न पत्र पहले ही माफियाओं के हाथ लग चुका था।
Neet Paper Leak से जुड़ा Tejashwi Yadav का नाम
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने नीट पेपर विवाद में बड़ा खुलासा कर दिया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि एक मई को तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार के मोबाइल नंबर से रात्रि 9 बजकर 7 मिनट पर पथ निर्माण विभाग के कर्मी प्रदीप कुमार को कॉल किया गया था। कॉल करके एनएचआई गेस्ट हाउस में सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने के लिए कहा गया था। प्रदीप कुमार ने इसे नजरंदाज किया। फिर 4 मई की सुबह 8:49 बजे प्रीतम कुमार के फोन पर उसी नंबर से कॉल किया गया और सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने कहा गया। कमरा बुकिंग के लिए तेजस्वी यादव के लिए ‘मंत्री’ शब्द का इस्तेमाल किया गया। पेपर लीक के मास्टर माइंड सिकंदर के लिए तेजस्वी के पीए द्वारा कमरा बुक करने के मामले ने सियासी महकमे में नई बहस छेड़ दी है।
EOU के ADG को दिल्ली बुलाया, एक्शन में गृह मंत्रालय
नीट पेपर लीक ने केंद्र सरकार की फजीहत करवा दी है। ऐसे में अब सरकार भी एक्शन मोड में है। पेपर लीक कांड की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध ईकाई (EOU) के एडीजी नैय्यर हसनैन खान को दिल्ली बुलाया गया है। गृह मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की तरफ से एडीजी खान को दिल्ली से बुलावा आया है। EOU ने ही पेपर लीक कांड में एक-एक कर कड़ियां मिलाते हुए माफियाओं को दबोचने की कार्रवाई शुरू की थी।