Job in Bihar को लेकर Bihar News में सरकार की घोषणाएं खूब आ रहीं, लेकिन हकीकत यह है कि नौकरी के लिए परीक्षा लेने वालों के पास भी कर्मचारी नहीं है। भरोसा नहीं तो पढ़िए आगे।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पहली कैबिनेट से 10 लाख नौकरी देने की बात कही थी। उसे हकीकत माना भी नहीं जा सकता था, क्योंकि यह बोलने लायक बात थी- करने लायक नहीं। लेकिन, अब यह सच स्वीकार करने लायक है कि चुनाव नजदीक आते देख बिहार में भारी तादाद में नौकरियां सामने आ रही हैं। आवेदन पत्र लिए जा रहे हैं। परीक्षाएं भी हो रही हैं। लेकिन, आप यकीन करें कि यह पूरी प्रक्रिया ही बैशाखी पर हो रही है। जब भी नौकरियों के लिए आवेदन की प्रक्रिया जो भी संगठन कर रहा, उसे जुगाड़ से ही काम करना पड़ रहा है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) हो या बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा बोर्ड (BCECE) या फिर कोई और ऐसा संगठन- हरेक को प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी-कर्मचारी मिल रहे हैं, तब बात आगे बढ़ रही है। सोमवार को बिहार की नीतीश कुमार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD Bihar) ने बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के विभिन्न पदों पर नियुक्ति हेतु बीसीईसीई में डॉक्युमेंट वेरीफिकेशन के लिए चार अपर समाहर्ता और चार वरीय उप समाहर्ता स्तर के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी किया। बिहार सचिवालय सेवा के चार प्रशाखा पदाधिकारियों और आठ सहायकों को भी इसी काम के लिए प्रतिनियुक्त किया गया।
प्रतिनियुक्तियों का यह सिलसिला महागठबंधन सरकार में
बिहार में अरसे से नौकरियों की जरूरत थी और यह आज भी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP Party) के साथ सत्ता में रहते हुए राज्य सरकार ने इस तरह की जरूरत नहीं समझी थी। या यह भी कह सकते हैं कि भाजपा के साथ सरकार में रहते हुए इस फॉर्मूले के तहत तेजी से नौकरी देने का प्रयास नहीं दिख रहा था। संभव है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान को साकार करने के लिए प्रतिनियुक्ति कर परीक्षा प्रक्रियाओं को पूरा कराने की यह मुहिम छेड़ी गई हो। सामान्य प्रशासन विभाग पिछले कुछ महीनों से लगातार ऐसी प्रतिनियुक्तियां कर रहा है। बीएसएससी में तो कई परीक्षाओं के लिए प्रतिनियुक्ति का सिलसिला कई महीनों तक चला है।
सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मी हर समय तैयार
परीक्षा लेने वाले संगठनों-आयोगों में आम तौर पर सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मचारियों की ही ड्यूटी लगाई जा रही है। डॉक्युमेंट वेरीफिकेशन से लेकर परीक्षा परिणाम तक की प्रक्रिया में सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मियों को प्रतिनियुक्ति पर लगाया जा रहा है। विभाग के अंदर लगातार इस बात की हलचल रहती है और कर्मी हर समय विभाग की वेबसाइट को खंगालते रहते हैं, क्योंकि कभी भी प्रतिनियुक्ति का आदेश आ जा रहा है। दर्जनों कर्मी ऐसे भी हैं, जो लगातार लंबे समय तक प्रतिनियुक्ति पर रहे या हैं। इसके अलावा, कुछ कर्मी एक प्रतिनियुक्ति से लौटते ही दूसरी प्रतिनियुक्ति पर दूसरी जगह रवाना हो जा रहे हैं।