Election 2024 में एनडीए की सीट शेयरिंग के बाद चिराग पासवान के खिलाफ बिछ रही सियासी बिसात की चर्चा है।
एनडीए ने सीट शेयरिंग का फॉर्मूला फाइनल कर लिया। सीट शेयरिंग में चिराग पासवान ने बाजी मार ली। जबकि चाचा पशुपति पारस को बीजेपी ने जबरदस्त झटका दे दिया। मीडिया के सामने दावेदारी पेश करने और विकल्प खुले होने की चुनौती से भी बीजेपी पर कोई असर नहीं हुआ। इसे चिराग पासवान की बड़ी जीत कहा जा रहा है। क्योंकि लोजपा में टूट के बाद किनारे पर खड़े चिराग ने एक ही झटके में एनडीए से पारस गुट का सूपड़ा साफ कर दिया है। लेकिन चर्चा अब चिराग के सियासी भविष्य को लेकर हो रही है। कहा जा रहा है कि चिराग के लिए राह आसान नहीं होगी। क्योंकि पारस ने हाजीपुर सीट से लड़ने का खुला ऐलान कर दिया है और आरजेडी के साथ ही जदयू के भितरघात की आशंका ने चिराग पासवान के लिए खतरे के संकेत दिए हैं। खबर ये भी है कि हाजीपुर सीट से अगर चाचा पारस मैदान में उतरे तो चिराग के लिए जीत का झंडा बुलंद करना बेहद मुश्किल हो सकता है।
पारस के प्लान को आरजेडी का साथ, हाजीपुर में आसान नहीं होगी राह
पशुपति पारस ने मीडिया के सामने ये ऐलान किया था कि अगर उनकी बात नहीं सुनी जाती है तो वे हाजीपुर से ही लड़ेंगे। अब जबकि एनडीए ने पारस गुट का पत्ता साफ कर दिया है तो पारस का हाजीपुर से लड़का तय माना जा रहा है। बड़ी बात ये है कि आरजेडी अब पारस को हाजीपुर सीट से मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र यादव बाहुल्य इलाका है। तेजस्वी यादव खुद हाजीपुर लोकसभा के राघोपुर विधानसभा से विधायक हैं। जबकि हाजीपुर लोकसभा के ही महुआ विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव विधायक थे। फिलहाल महुआ से आरजेडी के मुकेश रौशन विधायक हैं। हाजीपुर लोकसभा में यादव वोटरों का दबदबा है। ऐसे में अगर आरजेडी पारस को टिकट देती है तो चिराग पासवान के लिए लड़ाई आसान नहीं होगी।
जेडीयू के भितरघात का डर, चिराग ने किया था डैमेज
चिराग पासवान ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू को भारी नुकसान पहुंचाया था। जेडीयू को तब तगड़ा झटका लगा था। कई ऐसे सीट थे जहां चिराग पासवान के उम्मीदवार ने जेडीयू को जीत से दूर कर दिया। अब भले जेडीयू एनडीए का हिस्सा है। लेकिन चिराग गुट को जेडीयू के भितरघात की आशंका भी सता रही है। चिराग हाजीपुर से लड़ेंगे। उनके सामने चाचा पारस और आरजेडी का कुनबा होगा। ऐसे में अगर जेडीयू ने भितरघात किया तो चिराग के लिए राह बेहद मुश्किल हो सकती है।
इस्तीफा दे सकते हैं पारस, कल तेजस्वी से मुलाकात की खबर
एनडीए में सीट बंटवारे के बाद अब आरजेडी एक्टिव हो गई है। कहा जा रहा है कि महागठबंधन ने अबतक टिकट बंटवारे का फैसला इसलिए नहीं लिया था ताकि एनडीए से टूटने वालों को लपका जा सके। खबर है कि पशुपति पारस केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों का दावा है कि मंगलवार को उनकी मुलाकात तेजस्वी यादव से होनी है। पारस ने हाजीपुर से लड़ने का मन बना लिया है।
एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला, पारस गुट साफ
एनडीए ने सोमवार को सीट शेयरिंग फाइनल करते हुए मीडिया को इसकी जानकारी दी। सीट शेयरिंग में पारस गुट का पत्ता साफ हो गया।
BJP 17 सीट : प. चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम
JDU 16 सीट : वाल्मिकी नगर, सीतामढ़ी, सुपौल, झंझारपुर, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर, बांका, मधेपुरा, मुंगेर,नालंदा, जहानाबाद, शिवहर
लोजपा रामविलास 5 सीट : वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई
HAM 1 सीट : गया
RLM (उपेंद्र कुशवाहा) 1 सीट : काराकाट