Bihar News में अभी आईएएस केके पाठक के इस्तीफे की खबर चर्चा में है। हमने सच्चाई बता दी है। लेकिन बिहार सरकार के मंत्रियों का ज्ञान सुनकर आप भी चौंक पड़ेंगे।
Bihar News में इस समय KK Pathak इस्तीफा की बात खूब हो रही है। दो दिन पहले ही हमने सारी सच्चाई सामने ला दी थी, लेकिन Fake News पर बिहार की नीतीश कुमार सरकार के मंत्रियों का भरोसा देखकर आप चौंक पड़ेंगे! नीतीश सरकार के मंत्रियों से जब K K Pathak Resignation की फर्जी खबरों पर मीडिया ने प्रतिक्रिया ली तो दूसरे विभाग की जिम्मेदारी संभालने वालों के साथ राज्य के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर तक भरोसे से नहीं बता सके कि असली बात क्या है। जानकारी का अभाव साफ दिखा। उन्होंने इसपर क्या बोला और बाकी किस मंत्री ने क्या कहा, यह जानने से पहले यह भी जान लें कि प्रो. चंद्रेशेखर ने बेगूसराय में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं-नेताओं को संबोधित करते हुए उन लोगों को मंच से गाली दी, जो बिहार में जंगलराज की बात करते थे या करते हैं। खैर, अभी बात केके पाठक के इस्तीफे की फेक खबर पर बिहार के मंत्रियों के विश्वास की।
काम करने का मन नहीं हुआ तो वो इस्तीफा दे दिया, हम क्या करें : शिक्षा मंत्री
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को अपने विभाग की समझ कितनी है इसे समझना है तो उनके बयान को ध्यान से समझिएगा। अपर मुख्य सचिव केके पाठक के अपने पद से इस्तीफा देने के मामले में शिक्षा मंत्री ने एक बयान दिया है। पत्रकारों के सवाल के जबाब में शिक्षा मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केके पाठक के मन में हम थोड़े ही बैठे हैं। उनके मन में काम करने का मन नहीं हुआ तो वो इस्तीफा दे दिया। हम क्या करें। शिक्षा मंत्री के इस बयान के क्या मायने निकाले जाएं ये तो आप खुद समझ सकते हैं। लेकिन इतना तो तय है कि मंत्री को शायद ये समझना होगा कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इस्तीफा दिया है या नियम के अनुसार छुट्टी पर रहने के कारण अपने पद का महज प्रभार सौंपा है।
एमएलसी के दबाव के वजह से केके पाठक को इस्तीफा देना पड़ा हो : रामानंद यादव
बिहार के आरा में आज आरजेडी कार्यकता संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें बिहार सरकार के खनन व भूतत्त्व मंत्री रामानंद यादव बतौर मुख्य अतिथि आये थे। कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए खनन मंत्री ने एक के बाद एक कई सवालों के जवाब दिए। इस दौरान शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक के इस्तीफा पर मंत्री ने जो जवाब दिया उसे सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। मंत्री ने कहा कि विधान पार्षदों का वेतन केके पाठक के द्वारा रोका गया था जो की उनके अधिकार क्षेत्र में नही था। हो सकता उन सभी एमएलसी के दबाव के वजह से केके पाठक को इस्तीफा देना पड़ा हो।
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सचमुच हीरा जड़े मंत्री हैं बिहार की नीतीश कुमार सरकार में। नेता, अफसर गालीबाजी से फुरसत पाएं तब तो!
[…] के इस्तीफे की खबर पर मुहर लगा दी थी (https://www.republicannews.in/blog/bihar-news-k-k-pathak-resignation-fake-news-nitish-kumar-cabinet-…)। प्रोफेसर चंद्रशेखर जिस विभाग के […]