Bihar News में Bihar Politics से जुड़ी एक खबर चर्चा में है। Samrat Choudhary आज अयोध्या के लिए निकले हैं। इसके साथ ही आज उन्होंने पगड़ी खोलने का भी ऐलान कर दिया है। सवाल ये कि क्या सम्राट चौधरी से छिनने वाली है कुर्सी?
Bihar BJP : सम्राट निकले अयोध्या, आगे क्या होगा
बिहार बीजेपी के कद्दावर नेताओं में सम्राट चौधरी का नाम शामिल हो चुका है। बीजेपी ने जब सम्राट को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी दी तो सब हैरान रह गए। फिर डिप्टी सीएम भी बना दिया। सम्राट चौधरी ने ऐलान किया था कि CM Nitish Kumar को कुर्सी से उतारने के बाद ही उनकी पगड़ी खुलेगी। लेकिन मंगलवार को अयोध्या के लिए निकले सम्राट ने साफ कर दिया कि अयोध्या में वे पगड़ी उतारेंगे। उनकी दलील है कि उनका नीतीश को कुर्सी से उतार दिया। तब बीजेपी के साथ सरकार बनाई गई। इसलिए अब वह पगड़ी उतारेंगे। लेकिन अब चर्चा उनकी कुर्सी को लेकर है। खबर है कि सम्राट की एक कुर्सी जाएगी।
Lok Sabha Election 2024 : कुशवाहा वोटरों को आरजेडी ने तोड़ा, सम्राट पर खतरा
2024 के लोकसभा चुनाव में 40 सीटों में से 30 पर एनडीए की जीत हुई। नतीजे आने के बाद बिहार बीजेपी अब 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। खबर है कि बिहार बीजेपी में बड़े बदलाव की तैयारी है बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है ऐसे में नजर अब सम्राट चौधरी की कुर्सी पर है। सम्राट चौधरी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री भी हैं। बीजेपी ने पिछले साल मार्च में सम्राट चौधरी के हाथ में प्रदेश के नेतृत्व की जिम्मेदारी देकर बड़े कुशवाहा समुदाय को खुश करने की कोशिश की। सम्राट चौधरी के जरिए बीजेपी की नजर कोइरी और कुर्मी वोट बैंक साधने की थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणाम बताते हैं कि कुशवाहा वोट बैंक में राजद ने सेंधमारी कर दी।
Deputy CM तो रहेंगे Samrat Choudhary, बीजेपी छीन सकती है अध्यक्ष की कुर्सी
पार्टी सूत्रों का दावा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी संगठन में बदलाव कर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती थी। मगर विधानसभा चुनाव के लिए संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी है। आरजेडी कुशवाहा समाज को साधने की कोशिश में जुटी है। यही वजह है कि एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजकर कुशवाहा वोटरों को खुश करने की कोशिश की है। नीतीश और कुशवाहा के साथ आने के बाद सम्राट पर बीजेपी कोई बड़ा दांव लगाने की तैयारी में नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बदलने पर भी विचार किया जा रहा है। ऐसे में कई नामों की चर्चा भी शुरू हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में कुशवाहा वोटरों को समेटने में खास कामयाबी हासिल नहीं करने वाले सम्राट चौधरी को बीजेपी डिप्टी सीएम की कुर्सी पर तो रहने देगी। लेकिन अध्यक्ष पद के लिए पार्टी किसी अन्य चेहरे पर दांव खेल सकती है। दावा है कि पार्टी के किसी बड़े फैसले से पहले सम्राट चौधरी ने पगड़ी उतारने का फैसला किया है। ताकि फैसले के बाद कोई सियासी सवाल खड़ा न हो।