Bihar News : कुछ दिनों पहले एक चीनी नागरिक की मौत की खबर चर्चा में रही थी, लेकिन बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक महीने के अंदर दूसरे नेपाली युवक की लाश पेड़ से लटकती मिली है।
Video Download बहुत ने किया, असल नाम कोई नहीं बता पा रहा
बिहार के सीतामढ़ी में एक महीने के अंदर किसी नेपाली युवक की दूसरी लाश इस तरह पेड़ से लटकती मिली है। इस बार जिस युवक की लाश पेड़ से लटकी मिली, उसे फेसबुक (Facebook) वीडियो, इंस्टाग्राम (Instagram) रील्स या टिकटॉक (Tiktok) जैसे वीडियो में बहुत सारे लोगों ने देखा है मगर असल नाम किसी को नहीं पता है। मतलब, चेहरा पहचाना हुआ होते हुए भी लाश अज्ञात युवक की है। जहां लाश मिली है, वहां अबतक उसका नाम बताने वाला कोई नहीं है। लोग यह भी कह रहे हैं कि कहीं वह रील्स वीडियो में प्रयोग करते हुए तो न मर गया हो।
Bihar Police को चौंका रहीं पड़ोसी देश के युवकों की ऐसी मौतें
सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज में इस बार पेड़ से लटका शव बरामद किया गया है। बसबिट्टा गांव में मंगलवार सुबह लोगों ने शीशम के पेड़ से लटका हुआ शव देखा। लटकी हुई लाश के पास जुटी भीड़ ने पुलिस को बताया कि वह युवक को इसलिए पहचानते हैं, क्योंकि यह फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक आदि पर वीडियो बनाता था। इसका नाम किसी को नहीं पता है, लेकिन लोगों ने उसे पड़ोसी देश नेपाल के बलरा का बाशिंदा बताया है। मेजरगंज थानाध्यक्ष ने जुटी भीड़ में शामिल लोगों से पूछताछ के बाद शव को पेड़ से नीचे उतरवाया और अब अलग-अलग थानों के पास उसकी जानकारी भेजी गई है। पुलिस ने पूछताछ के आधार पर बताया कि इस युवक का वीडियो बहुत सारे लोगों ने देखा है, लेकिन फेसबुक और इंस्टा पर अजीब नामों से उसकी आईडी होने के कारण असल पहचान का पता नहीं चल पा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव को सीतामढ़ी सदर अस्पताल में पहचान के लिए सुरक्षित रखा जाएगा।
21 मई को भी पेड़ से लटकी मिली थी नेपाली युवक की लाश
नेपाली युवकों की सीतामढ़ी में कई बार लाश मिलती रही है। पिछले साल भी ऐसी घटनाएं सामने आयी थीं, लेकिन एक महीने के अंदर जिले में दूसरी ऐसी लाश मिलने से सीतामढ़ी पुलिस (Bihar Police) चौंक गई है। पिछले महीने की 21 तारीख को जिले के सुरसंड प्रखंड कार्यालय के पास (वार्ड संख्या 18) एक बंगला परिसर में आम के बागीचे के अंदर पेड़ पर लटकता एक युवक का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान कृष्णा यादव (22 वर्ष) के रूप में हुई थी। वह नेपाल के धनुषा जिले के फुलगामा थानांतर्गत मुखियापट्टी मुशहरनिया गांव निवासी धर्मेंद्र यादव का बेटा था।