Bihar News में इस समय एक अनूठी खबर सामने आ रही है। एक शिक्षक की मौत के बाद उनकी विधवा को प्रमाणपत्र दिया गया है कि उनके पति की एक और पत्नी भी है।
मौत के बाद भी कोई शादी कर सकता है? आप कहेंगे- नहीं। लेकिन, बिहार में ऐसा हुआ है। है तो यह भी भ्रष्टाचार का प्रमाणपत्र, लेकिन कैसे- यह जानना बहुत रोचक है। हम बिहार की इस खबर (Bihar News) के जरिए एक शिक्षक की विधवा का दर्द सामने ला रहे हैं। उस विधवा का, जिसने सरकारी जरूरतों के तहत अपनी पारिवारिक सूची बनाने के लिए आवेदन किया था। ऐसे आवेदन अंचल कार्यालयों में किए जाते हैं। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के ड्रीम प्रोजेक्ट लोक सेवाओं के अधिकार (RTPS) से जुड़ा मामला है। विधवा ने आवेदन दिया और अब जब उसे प्रमाणपत्र मिला तो पैरों तले से धरती खिसक गई। प्रमाणपत्र बता रहा कि उनके पति के दिवंगत होने के बाद एक और पत्नी का प्रादुर्भाव हो गया। कागज पर जो पत्नी है, वह सिर्फ नाम नहीं। वास्तव में महिला है। वह दूसरे पुरुष की पत्नी है, जिसका उन दिवंगत शिक्षक से वास्ता भी नहीं था।
मौत के बाद गुरूजी की हुई दूसरी शादी, राजस्व कर्मचारी ने दिया प्रमाण
यह मामला औरंगाबाद के गोह प्रखंड का है। शंकर चौधरी गोह प्रखंड के हथियारा के निवासी थे। वे पेशे से सरकारी शिक्षक थे। मौत के पहले देवकंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे। कुछ माह पूर्व उनका निधन हो गया था। निधन होने तक उनकी एक ही पत्नी थी। लेकिन स्वर्गलोक में उनकी शादी के बाद अब उनकी दो-दो जिंदा पत्नी हैं। मृत गुरूजी की दूसरी शादी गोह के हथियारा पंचायत के राजस्व कर्मचारी विनय सिंह ने कराई है। आश्चर्य की बात यह कि राजस्व कर्मचारी ने शादी कराने के बाद गुरूजी की पहली पत्नी को लगे हाथ इसका दस्तावेज भी थमा दिया है।
पारिवारिक सूची के चक्कर लगा रही थी पत्नी, दस्तावेज मिले तो उड़े होश
शंकर चौधरी के निधन के बाद उनकी पत्नी सिताबी देवी ने गोह अंचल कार्यालय में पारिवारिक सूची बनाने के लिए करीब एक माह पहले आवेदन दिया था। आवेदन देने के बाद से सिताबी देवी पारिवारिक सूची को लेकर लगातार अंचल कार्यालय का चक्कर लगाती रही। लेकिन राजस्व कर्मचारी कुछ न कुछ बहाना बनाकर टालता रहा। इसी दौरान गुरुवार को राजस्व कर्मचारी ने उसे जो पारिवारिक सूची बनाकर दी, उसमें शंकर चौधरी की पत्नी सिताबी देवी और दूसरी पत्नी का नाम सेम्फुल देवी दर्ज मिला। यानी कि पारिवारिक सूची में दो-दो पत्नियों का नाम दर्ज कर दिया गया। इस पारिवारिक सूची को देखते ही सिताबी देवी के होश उड़ गए। उसने अंचल कार्यालय में ही लोगों को पूरा मामला बताया। मामला जानकर अंचल अंचल कार्यालय में लोगो की भीड़ लग गई।
राजस्व कर्मचारी ने जानबूझकर रची साजिश : महिला
राजस्व कर्मचारी ने जिस महिला का नाम पारिवारिक सूची में दूसरी पत्नी के तौर पर दर्ज किया है, वह पहले से ही शादीशुदा है। उसके पति का नाम शिव चौधरी है। मामले में मृत हेडमास्टर की पत्नी सिताबी देवी ने राजस्व कर्मचारी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पति शंकर चौधरी के मरने के बाद मैंने मृत्यु प्रमाण बनवाया जिसमें पत्नी के रूप में मेरा ही नाम सिताबी देवी अंकित है। पारिवारिक सूची के लिए मैंने बने हुए मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ कोर्ट एफिडेविट भी जमा किया था। लेकिन राजस्व कर्मचारी ने मनमाने तरीके से दूसरी पत्नी का नाम दर्ज कर पारिवारिक सूची जारी कर दिया है।
दूसरी शादी वाली पत्नी के असली पति हैं शिव चौधरी, तीन बेटे व दो बेटियां भी हैं
जिस महिला सेम्फुल देवी का नाम शंकर चौधरी की पत्नी के तौर पर राजस्व कर्मचारी ने दर्ज किया है, उस सेम्फुल देवी के पति शिव चौधरी का घर बन्देया थाना क्षेत्र के साव बिगहा गांव में है। वह फिलहाल देवकुंड में रहते हैं। उनके तीन बेटे और दो बेटियां है। इनमें सूरज कुमार, गोलू कुमार, चिंटू कुमार, केशम देवी व मीणा कुमारी शामिल हैं।
CO ने नहीं उठाया फोन, सरकारी महकमा खामोश
इस मामले में अंचल अधिकारी का पक्ष जानने की भी कोशिश की गई। लेकिन सीओ मुकेश कुमार ने फोन नही उठाया। मामला सामने आने के बाद सरकारी महकमा मुंह छिपाए फिर रहा है। पदाधिकारी समझ नहीं पा रहे हैं कि भ्रष्टतंत्र के इस खेल का जवाब दें तो आखिर किस जुबान से दें।
कर्मचारी के खिलाफ डीएम से कार्रवाई की मांग
जिला पार्षद प्रतिनिधि श्याम सुंदर ने कहा कि बिना जांच किए ही राजस्व कर्मचारी ने शिक्षक की मौत के बाद उनकी दूसरी शादी करा दी है। उन्होंने मामले में औरंगाबाद के जिलाधिकारी से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
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