Bihar News : एक युवक की निर्मम हत्या की गई है। उसे पत्थर से कूच-कूच कर मौत के घाट उतारा गया है। इस हत्याकांड ने पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
Bihar Crime News : मोकामा के युवक की पटना में हत्या
30 दिसंबर को अनुराग घर से निकलता है। निकलते समय वह कहता है कि बिहार सरकार की पशुपालन मंत्री के यहां वह काम से जा रहा है। थोड़ी देर में ही लौट आएगा। लेकिन देर शाम तक उसकी कोई खबर नहीं मिलती। फोन करने पर थोड़ी देर में आने की बात कहता है। फिर से फोन करने पर फोन काट दिया जाता है और मैसेज आता है कि बाद में बात करेंगे। फिर हो जाता है मोबाइल स्विच ऑफ। घबराए परिजन उसकी तलाश में निकल पड़ते हैं। परिजनों को उसके एक दोस्त पर शक होता है। अगले दिन उसके एक साथी अविनाश को पकड़ कर परिजन पुलिस के हवाले करते हैं। लेकिन जांच पदाधिकारी उसे छोड़ देता है। परिजनों का आरोप है कि उसे पैसे लेकर छोड़ गया। अब खून से सनी अनुराग की लाश मिलती है। पत्थर से कूच-कूच कर उसकी हत्या की गई है। जिस फ्लैट में शव मिला है वह फ्लैट उसी अविनाश का है जिसे पुलिस ने छोड़ दिया था। यह मामला पटना के कदमकुआं और दीघा थाना इलाके से जुड़ा है।
Patna News : कदमकुआं से निकला, दीघा में मिली लाश
मोकामा प्रखंड के मरांची थाना अंतर्गत बादपुर गांव निवासी अनुराग पटना के कदमकुआं थाना इलाके में किराए पर रहता था उसकी लाश दीघा थाना इलाके से बरामद की गई है। लाश को देखकर ऐसा लगता है कि उसकी हत्या पत्थर से कूच-कूच कर की गई है। परिजनों के अनुसार, 30 दिसंबर को अनुराग यह कह कर घर से निकला था कि वह बिहार सरकार की पशुपालन मंत्री रेणु देवी के घर जा रहा है। थोड़ी देर में लौट आएगा। जब देर शाम तक नहीं लौटा तो पत्नी रेशमी कुमारी ने उसे बार-बार कॉल किया। लेकिन कोई जवाब नहीं आया और मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया गया। पटना के कद कुआं अंतर्गत जगत नारायण रोड में रहने वाला अनुराग की तलाश जारी थी। इसी बीच गुरुवार को उसकी लाश दीघा थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट से बरामद की गई। पुलिस के अनुसार, यह फ्लैट अविनाश का है। फ्लैट को एक महीने पहले ही किराए पर लिया गया था। बताया यह भी जा रहा है कि अविनाश पशु पालन विभाग का कर्मी था। इस मामले में अविनाश पासवान को हिरासत में लिया गया है।
Patna Police : आरोपी को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया
परिजनों के आरोप से पटना पुलिस कटघरे में है। परिजनों का कहना है कि 31 दिसंबर को ही उन्होंने अविनाश को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था। लेकिन जांच पदाधिकारी साजिद अख्तर ने पैसे लेकर उसे छोड़ दिया। थाने से रिहा होने के बाद वह एक दूध के बूथ पर पहुंचा। वहां से उसने दूध खरीदी। परिजनों का कहना है कि दूध में जहर मिलाकर अनुराग को पिलाया गया और फिर हथौड़े या किसी अन्य चीज से पीट कर उसकी हत्या कर दी गई।
Murder Mystery : क्या पैसे के लेनदेन में हुई हत्या?
SDPO लॉ एंड ऑर्डर टू दिनेश कुमार पांडे का कहना है कि मृतक अनुराग कुमार पशुपालन विभाग में संविदा पर कर्मी था। 2 फरवरी को दीघा थाना इलाके के कुर्जी बालू पर स्थित शशिकांत सिंह के मकान से उसकी लाश बरामद की गई। इस मामले में अविनाश को गिरफ्तार किया गया है। मौके से हथौड़ा भी बरामद किया गया है। कदमकुआं और दीघा थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं दूसरी तरफ हत्या के कारणों पर फिलहाल पुलिस खुलकर कुछ भी नहीं बता पा रही है। सूत्रों के अनुसार, पैसे के लेनदेन विवाद में हत्या की गई है।