Sharda Sinha अब हमारे बीच नहीं रहीं। मौत से जूझते हुए आखिर में उनके निधन की खबर आई है।
Sharda Sinha Death : मंगलवार की रात ‘अमंगल’
शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहीं। मंगलवार की रात दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली। सोमवार की शाम को ही शारदा सिन्हा की तबीयत अधिक बिगड़ गयी थी और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था। निधन की खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया है। शारदा सिन्हा की तबीयत पिछले महीने ही बिगड़ गयी थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था।
Sharda Sinha : छठ पूजा नहाय खाय की शाम शारदा सिन्हा का निधन
4 नवंबर सोमवार को शाम में शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक फिर बिगड़ गयी। जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ गया था। उनके पुत्र अंशुमन लगातार हेल्थ अपडेट दे रहे थे। सोमवार की सुबह जब उनके पुत्र अंशुमन ने अपनी मां से कुछ बात करने की कोशिश की तो शारदा सिन्हा की आंखों की पुतली में बेहद हल्की सी हरकत महसूस की गयी थी। उनके लिए प्रार्थनाएं की जा रही थीं। लेकिन उनके निधन की खबर आने से छठ में लगे लोग बेहद दुखी हैं।
CM Nitish Kumar दुखी, सोशल मीडिया पर भी शोक की लहर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि बिहार कोकिला शारदा सिन्हा मशहूर लोक गायिका थीं। उन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के अलावे हिन्दी गीत भी गाये थे। उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज दी थी। संगीत जगत में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने 1991 में पद्मश्री और 2018 में पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया था। स्व. शारदा सिन्हा के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र और बिहार राज्य की अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने स्व. शारदा सिन्हा की आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों, प्रशंसकों एवं अनुयाइयों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।