Bihar News में खबर बेगूसराय से जहां चल गया है प्रशासन का बुलडोजर। नोटिस के बाद भी नहीं सुधरने वालों पर एसडीएम ने अपनी टीम के साथ तगड़ा एक्शन दिखाया है।
बिहार में बुलडोजर चल रहा है। अगर आप भी गैरकानूनी रूप से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बैठे हैं तो ये खबर आपके लिए चेतावनी है। बेगूसराय जिले से सामने आई तस्वीरों ने बता दिया है कि प्रशासन अगर एक्शन में आ जाए तो बदलाव तय है। बेगूसराय जिले के बखरी में सड़क पर अतिक्रमण के खिलाफ ऐसा हंटर चला है कि अतिक्रमणकारियों की हेकड़ी निकल गई है। इतना ही नहीं, प्रशासन ने सड़क पर मार्किंग करने के बाद पिलर भी लगा दिया है। मतलब इस लक्ष्मण रेखा को लांगने वालों की अब खैर नहीं होगी।
एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने लिया एक्शन, समझाने के बाद भी नहीं सुनना पड़ा भारी
बखरी के एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने कुछ माह पहले ही साफ कर दिया था कि अतिक्रमण पर एक्शन जरूर होगा। अतिक्रमण करने वालों को हटाने से पहले प्रशासन ने पूरी तैयारी की। बखरी बाजार में लगातार मिल रही जाम की शिकायतों पर भी अनुमंडल प्रशासन बेहद गंभीर था। लिहाजा कुछ दिन पूर्व ही सड़क पर अतिक्रमण करने वालों के लिए नोटिस जारी किया गया था। इसके अलावा सड़कों पर माइकिंग के जरिए भी अतिक्रमणकारियों को जगह खाली करने के लिए कहा गया था। लेकिन अतिक्रमणकारी नहीं माने। लिहाजा एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने एक्शन का फैसला ले लिया। रविवार को एसडीएम सन्नी कुमार सौरव, डीएसपी चंदन कुमार, सीओ शिवेन्द्र कुमार और कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद वर्मा के साथ ही प्रशासन की टीम पुलिस बल के साथ सड़क पर उतर गई।
जेसीबी के आगे नहीं चली हनक, उखाड़ फेंका गया अवैध कब्जा
प्रशासन की टीम ने रेलवे ढाला से अतिक्रमण के खिलाफ एक्शन की शुरुआत की। 2 जेसीबी को अतिक्रमण हटाने में लगाया गया था। रेलवे ढाला से मां चित्र मंदिर तक जेसीबी ने अवैध कब्जे को साफ कर दिया। कई लोगों ने अपनी हनक दिखाने की भी कोशिश की। लेकिन एक्शन का हथौड़ा चलता रहा। यह कार्रवाई बाजार होते हुए अंबेडकर चौक तक की गई। एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने बताया कि बाजार की सड़क पर अतिक्रमण करना गलत है। जाम की समस्या से लोग परेशान हैं। अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस और माइकिंग के जरिए सरकारी जमीन से हट जाने का अनुरोध किया गया था। आज कार्रवाई शुरू की गई है। अतिक्रमण हटाने के साथ ही सरकारी ज़मीन की पहचान के लिए मार्किंग किया गया है। इसके अलावा, सड़क किनारे पिलर लगाकर भी सरकारी जमीन को चिन्हित कर दिया गया है।