Bihar News में इस समय कैंसर पर रिसर्च चल रहा है। डॉक्टर नहीं, राजनीतिक हस्तियों ने यह रिसर्च किया है। रिपोर्ट के लिए पढ़ें यह पूरी खबर।
बिहार की सोमवार से कैंसर पर रिसर्च चल रहा है। डॉक्टर नहीं, राजनीतिक हस्तियां इसपर रिसर्च कर रही हैं। शुरुआत राष्ट्रीय जनता दल (RJD Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) ने की। फिर सुबह से बाकी ने रिसर्च शुरू किया। लालू ने जन्म की जाति के आधार पर श्रेष्ठता की बात करते हुए सवर्णों को निशाने पर लिया और सोशल मीडिया पर जाति आधारित जनगणना के खिलाफ खड़े लोगों को लक्ष्य करते हुए लिखा कि कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा। लालू के बयान का अलग-अलग लोगों ने अपने तरीके से निष्कर्ष निकाला। भारतीय जनता पार्टी (BJP Party) के नेताओं ने लालू यादव को ही राजनीति का कैंसर घोषित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ही शुरू में उनका इलाज किया था। अब दोनों साथ हैं और जनता इलाज करेगी। इस बात पर लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हत्थे से उखड़ गए।
लालू ने अपनी रिसर्च में क्या लिखा
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया पर लिखा- “जातीय जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग हैं, वह इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के खिलाफ हैं। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है। किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैर-बराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृति के होते हैं, जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते हैं। कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।“
भाजपा में किसने क्या जवाब दिया
सोमवार शाम लालू ने सोशल मीडिया पर यह बातें लिखीं और मंगलवार को सुबह से इसपर रिसर्च बढ़ता गया। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि लालू प्रसाद ने कुछ खास जातियों को निशाना बनाकर यह बता दिया है कि वह फोर्थ स्टेज के कैंसर हैं, जिसका इलाज पूरी तरह से सर्जरी कर हटाना ही है। उन्होंने कहा कि लालू ने जिन जातियों पर निशाना साधकर यह बातें कही हैं, उन जातियों के लोग ही उन्हें सर्जरी कर बाहर करेंगे। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की राजनीति में कोई एक व्यक्ति यदि राजनीतिक कैंसर है, तो वह हैं लालू प्रसाद यादव। सम्राट ने कहा कि लालू यादव को सजा करवा कर, उन्हें जेल भिजवा कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही साबित किया है कि बिहार में कैंसर कौन है। यह प्रमाणित है कि बिहार में राजनीतिक कैंसर के तौर पर सिर्फ और सिर्फ लालू प्रसाद ही हैं। इस बार लोकसभा और फिर विधानसभा के चुनाव में जनता वह कैंसर खत्म कर देगी।
तेज प्रताप यादव ने हैसियत पूछ दी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की बात तेज प्रताप तक पहुंची। उन्हें लालू प्रसाद के कैंसर वाले बयान की जानकारी नहीं थी, लेकिन जब सम्राट की कही बात पर प्रतिक्रिया देनी थी तो उन्होंने सीधे पूछा कि लालू प्रसाद के सामने सम्राट चौधरी की हैसियत ही क्या है? उन्होंने कुटिल व्यंग्य भी किया कि यह तो महाभारत कराने वाले शकुनी मामा के बेटे हैं। इनकी इससे ज्यादा कोई हैसियत नहीं।