Bihar News में चर्चा आरजेडी को मिले बड़े झटके की। टिकट नहीं मिलने से नाराज आरजेडी के एक विधायक ने निर्दलीय ही ताल ठोक दिया है। अब राजद के दो विधायकों ने भी उन्हें समर्थन दे दिया है।
सियासत के चाणक्य कहे जाने वाले लालू प्रसाद यादव को तगड़ा झटका लगा है। ये झटका उनके खुद के विधायक ने ही दिया। नवादा लोकसभा सीट पर राजद के उम्मीदवार को उनकी ही पार्टी के विधायक ने निर्दलीय मैदान में उतर कर चुनौती दे दी है। बड़ी बात ये है कि इस निर्दलीय उम्मीदवार को आरजेडी के 2 अन्य विधायकों ने भी समर्थन देकर लालू यादव की मुश्किलें बढ़ा दी है।
विनोद यादव की जनसभा में पहुंचे आरजेडी के 2 विधायक, हो गया खेल
आरजेडी के बागी और पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद यादव के भाई विनोद यादव ने नवादा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी अखाड़े में कूदकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। विनोद यादव का चुनावी दौरा जारी है। इस बीच राजद की टेंशन तब और बढ़ गई जब विनोद यादव अपने समर्थकों के साथ गोविंदपुर पहुंचे। यहां एक जनसभा के दौरान नवादा की आरजेडी विधायक विभा देवी और रजौली विधायक प्रकाश वीर भी मौजूद रहे। विनोद यादव के समर्थन में आरजेडी विधायक विभा देवी और प्रकाश वीर के आने के बाद पार्टी में फूट की खबरों को अब आधार मिल गया है।
जीत का किया दावा, राजबल्लभ यादव ही नवादा के लालू यादव
पूर्व मंत्री राजबल्लभ यादव के भाई विनोद यादव ने कहा कि जनता मालिक के आदेश पर वो नवादा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहै हैं। जनता मालिक है और उनके आदेश पर उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मैं चुनावी मैदान में उतरा हूं। नवादा में उनके सामने कोई चुनौती नहीं है। नवादा इस बार इतिहास लिखेगा। विनोद यादव ने कहा कि नवादावासियों के लिए राजबल्लभ प्रसाद ही लालू, राबड़ी और तेजस्वी हैं। इस मौके पर नवादा से आरजेडी विधायक विभा देवी, रजौली विधायक प्रकाश वीर और निर्दलीय एमएलसी अशोक यादव ने विनोद यादव की भारी मतों से जीत का दावा किया।
श्रवण कुशवाहा को आरजेडी ने बनाया उम्मीदवार, पार्टी में मची कलह
आरजेडी ने नवादा लोकसभा सीट से श्रवण कुशवाहा को पार्टी का कैंडिडेट बनाया है। भारी विरोध के बावजूद आरजेडी ने श्रवण कुशवाहा पर भरोसा जताया और पार्टी का सिंबल दे दिया। वहीं पार्टी के आलाकमान के इस फैसले से आहत आरजेडी के प्रदेश महासचिव विनोद यादव ने अपना इस्तीफा दे दिया और बगवाती तेवर दिखाते हुए नवादा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर गए। लिहाजा नवादा में राजनीति में हलचल तेज हो गई है।