IPS Kumar Ashish फिलहाल Saran जिले के SP हैं। लेकिन उनकी कार्यशैली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रभावित कर दिया है। आखिर देश में क्यों बज रहा है बिहार पुलिस का डंका?
Bharatiya Nyaya Sanhita : नए कानून के तहत सबसे तेज सजा, सारण एसपी कुमार आशीष की टीम ने किया कमाल
यह बिहार पुलिस के लिए गर्व का पल है। एक बार फिर देश में बिहार पुलिस का डंका बजा है। देशभर में लागू नए कानून भारतीय न्याय संहिता के तहत सबसे कम समय में जांच और कोर्ट से आरोपियों को सजा मिलने के मामले ने देशभर में मिसाल कायम की है। लिहाजा इस कांड के अनुसंधान में पुलिस टीम को लीड कर रहे बिहार कैडर के आईपीएस डॉ कुमार आशीष देशभर के पुलिसकर्मियों के लिए एक मिसाल बन गए हैं। इस उपलब्धि के लिए कुमार आशीष को बिहार पुलिस मुख्यालय ने सम्मानित किया था। अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन्वेस्टिगेशन के उनके तरीकों के मुरीद हो गए हैं। सारण एसपी कुमार आशीष के तफ्तीश के मॉडल को देशभर में लागू करने का सुझाव दिया गया है।
All India Conference Of Director General : पीएम Narendra Modi भी हुए कायल
29 नवंबर से 1 दिसंबर तक भुवनेश्वर में आयोजित अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक सम्मलेन-2024 में बिहार पुलिस की कार्यशैली का डंका बजा है। सारण के पुलिस कप्तान डॉ कुमार आशीष द्वारा पूरे देश में नए कानून BNS के तहत गंभीर शीर्ष पहली सज़ा दिलाने के लिए हर कोई उनका मुरीद हो गया है। सारण के रसूलपुर थाना के धनाडीह गांव में हुए तिहरे हत्याकांड से संबंधित कांड संख्या -133/ 24 में 14 दिनों में अनुसंधान पूर्ण करते हुए गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित किया गया था। इस कांड में न्यायालय में त्वरित विचारण के बाद घटना के 50वे दोनों दोषी अभियुक्तों को उम्रकैद सहित आर्थिक दंड की सजा सुनाई गई थी। इस केस ने पूरे देश में बिहार पुलिस के अनुसंधान को सुर्खियों में ला दिया है। भुवनेश्वर में अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक सम्मेलन के दौरान सारण के इस तिहरे मर्डर केस के इन्वेस्टिगेशन की प्रक्रियाओं और तरीकों के संदर्भ में प्रेजेंटेशन दिया गया। सम्मेलन में उपस्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बिहार के डीजीपी आलोक राज तथा सभी पुलिस महानिदेशकों एवं महानिरीक्षकों द्वारा सारण एसपी कुमार आशीष की प्रशंसा करते हुए इस मॉडल को अन्य जगहों पर भी लागू करने का सुझाव दिया गया।
पटना SSP की कुर्सी के लिए तीन IPS में जंग, अवकाश, आशीष या आनंद?
Saran News : ट्रिपल मर्डर में सजा दिलवाने के लिए DGP Alok Raj ने किया था सम्मानित
यह घटना 16 जुलाई देर रात की है। सारण जिले के रसूलपुर थाना इलाके धनाडीह गांव में अपराधियों ने तारकेश्वर सिंह के घर पर हमला कर छत पर सो रहे पूरे परिवार को चाकुओं से गोद दिया था। इस घटना में तारकेश्वर सिंह और उनकी दो बेटियों की मौत हो गयी थी। जबकि उनकी पत्नी शोभा देवी और एक बेटी सूचिका गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। 48 दिनों तक चले केस में अभियोजन ने कोर्ट में 12 गवाह पेश किये और आरोपियों को सजा दिलवायी। सितंबर महीने में पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने सारण एसपी कुमार आशीष के साथ इस टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मी एवं एफएसएल की कर्मी के साथ लोक अभियोजक को भी सम्मानित किया था। डीजीपी आलोक राज ने कहा था कि यह काफी बड़ी उपलब्धि है। पुलिस को इसी तरह स्पीडी ट्रायल चलाकर तथा ठोस साक्ष्य प्रस्तुत कर कार्रवाई करनी चाहिए। यह बिहार पुलिस के लिए काफी गर्व की बात है।