Bihar Police में IPS Aprajit Lohan सुर्खियों में हैं। पटना में ट्रैफिक कंट्रोल करने के बजाए मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश हैरान करने वाली है।
Bihar News : पत्रकारों को ग्रुप से निकालने में जुटे पटना के ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान
बिहार कैडर के आईपीएस अपराजित लोहान की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। पटना में ट्रैफिक को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी संभाल रहे ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान यातायात के बजाय मीडिया कर्मियों को कंट्रोल करने में जुटे हैं। पटना ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप में ट्रैफिक की समस्याओं को उठाने वाले पत्रकारों को ग्रुप से रिमूव किया जा रहा है। पत्रकार जब भी किसी क्षेत्र की ट्रैफिक की समस्या का वीडियो ग्रुप में शेयर कर रहे थे तो उसे फर्जी करार दिया जा रहा था। इस बीच एक सीनियर जर्नलिस्ट को ग्रुप से बाहर कर दिया गया। फिर ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने एक मीडिया हाउस द्वारा चलाई गई खबर को शेयर करते हुए उसे फर्जी बताया। हद तो यह है कि पटना ट्रैफिक पुलिस और मीडिया कर्मियों के इस ग्रुप को लॉक कर दिया गया है। मतलब, मीडियाकर्मी आम जनता की किसी भी समस्या को ट्रैफिक पुलिस तक ग्रुप के जरिए नहीं पहुंचा सकते हैं।
IPS Aprajit Lohan : ट्रैफिक नहीं, मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश
2020 बैच के आईपीएस अपराजित लोहान ने 2019 की यूपीएससी परीक्षा में पहली ही कोशिश में 174 रैंक हासिल की थी। पटना के बाढ़ में ASP रह चुके अपराजित लोहान को सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी। उन्हें पटना का ट्रैफिक एसपी बनाया गया। पटना ट्रैफिक एसपी बनते ही नेताओं की गाड़ियों का चालान कर अपराजित लोहान सुर्खियों में आए। लेकिन अब मीडिया को कंट्रोल करने के लिए आईपीएस अपराजित लोहान सुर्खियों में हैं। पटना ट्रैफिक पुलिस द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप ‘Patna Traffic Media Group’ को लेकर बेहद चर्चाएं हैं। कुछ दिन पहले पटना के एक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार ने जाम की समस्या पर सवाल दागे और वीडियो शेयर किया तो उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया गया। इस फैसले पर अन्य पत्रकारों ने आपत्ति जताई। इसके बाद कुछ पत्रकारों ने अलग-अलग क्षेत्र में ट्रैफिक जाम से जुड़े वीडियो ग्रुप में शेयर किया तो ट्रैफिक एसपी ने सभी वीडियो को फर्जी करार दे दिया। हाल ही में ट्रैफिक एसपी ने खुद एक मीडिया हाउस द्वारा पटना की ट्रैफिक समस्या को लेकर चलाई गई खबर को ग्रुप में शेयर किया। ट्रैफिक एसपी ने उस खबर को भी फर्जी करार दिया।
Patna Traffic Police : ग्रुप लॉक किया, रईसजादे पर कार्रवाई का दावा फर्जी?
बड़ी बात यह कि पटना ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप को लॉक कर दिया गया है। अब इसमें सिर्फ एडमिन ही पोस्ट कर सकते हैं। मतलब पटना ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी अपनी बात तो रख सकते हैं, लेकिन पत्रकारों के माध्यम से जनता की समस्या उसमें नहीं रखी जा सकती। हाल ही में ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने पटना के मरीन ड्राइव पर महंगी गाड़ी से खतरनाक स्टंट करते हुए युवक का एक वीडियो शेयर किया था। पटना ट्रैफिक पुलिस के द्वारा यह जानकारी दी गई कि मामले की जांच और कार्रवाई की जा रही है। लेकिन अब तक क्या कार्रवाई की गई इसपर कोई साफ जवाब नहीं दिया गया। ग्रुप में जब हमने ट्रैफिक एसपी से सवाल किया तो भी कोई जवाब सामने नहीं आया। ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने इन तमाम मामले में ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान का पक्ष जानने की भी कोशिश की। हमने ट्रैफिक एसपी के सरकारी मोबाइल पर कॉल किया तो कॉल रिसीव नहीं किया गया। मैसेज दिया गया कि कृपया ट्रैफिक कंट्रोल पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
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