Bihar News में चर्चा Bihar सरकार के एक पूर्व मंत्री की है। पूर्व मंत्री का कथित वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो इतना शर्मनाक है कि उसे सभ्य समाज के लिए देखना भी अनुचित है।
Viral Video : पूर्व मंत्री का बताया जा रहा कथित वीडियो
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्स काले लिबास में है। उसने सफेद पैजामा पहन रखा है। वीडियो में वह शख्स दो-दो लड़कियों के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहा है। वीडियो को हिडेन कैमरा से शूट किया गया है। दावा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स बिहार के एक पूर्व मंत्री हैं। ये पूर्व मंत्री बिहार की राजनीति में दमदार पहुंच वाले थे। इनके जिम्मे बच्चों का भविष्य तय करने वाला विभाग था। जब तत्कालीन सरकार ने इन्हें तीर से घायल कर किनारे लगा दिया तब इन्होंने लालटेन की रौशनी में अपना सियासी भविष्य संवारने की कोशिश की। इसी दौरान उनके खिलाफ एक नाबालिग लड़की ने दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस में पहले उनके खिलाफ सम्मन जारी किया गया। जब सम्मन पर भी नेताजी हाजिर नहीं हुए तो कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया।
क्या है दावा : पटना के एक अपार्टमेंट में शूट किया गया वीडियो
पूर्व मंत्री के खिलाफ मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग लड़की ने नवंबर 2023 में मुजफ्फरपुर के विशेष पॉक्सो अदालत में एक कंप्लेंट दायर किया था। इसमें पूर्व मंत्री के खिलाफ पटना में शारीरिक शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। लड़की को पटना के बोरिंग रोड में बुलाया गया। इसके बाद उसे कुछ लोग एक फ्लैट में ले गए। यहीं पूर्व मंत्री ने लड़की को हवस का शिकार बनाया। इसके बाद शारीरिक शोषण करने लगे। विरोध करने पर पूर्व मंत्री ब्लैकमेल करते थे। अश्लील वीडियो क्लिप दिखाकर कहते थे कि मेरी बात नहीं मानोगी तो यह वीडियो वायरल कर दूंगा। पीड़िता ने कोर्ट के समक्ष वीडियो क्लिप और एक व्यक्ति से अभियुक्त का कॉल रिकॉर्डिंग भी साक्ष्य के तौर पर उपलब्ध करवाया है।
पूर्व मंत्री की दलील : फर्जी विडियो से किया ब्लैकमेल
जब इस मामले ने तूल पकड़ा तब पूर्व मंत्री की सफाई भी सामने आई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका फर्जी वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। उनसे वीडियो के एवज में पैसे मांगे जा रहे हैं। हालांकि, पूर्व मंत्री को इस मामले में अब कोर्ट के सामने दलील देनी है। क्योंकि पीड़िता ने कोर्ट में वीडियो को बतौर साक्ष्य दिया है। वीडियो फर्जी है या असली, इसका खुलासा तो जांच में ही होगा।