Bihar News में एक ऐसी खबर जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। प्रेम प्रसंग में फरार हुई लड़की बागेश्वर धाम से बरामद की गई। फिर एक दिन मिली उसकी लाश। अब एक ईंट ने उठा दिया रहस्य से पर्दा।
मौत के बाद शव का साथ किस्मत ने दिया…
जबतक वह जिंदा थी, बदकिस्मती उसके साथ रही। जिसके प्यार में घर छोड़ भागी, वह रास्ते में हाथ छोड़ भागा। बदकिस्मती उसे बागेश्वर धाम तक ले गई और वही उसे वापस अपने घर भी। घर वापसी भी बदकिस्मती इसलिए, क्योंकि 12 दिन पहले यहीं उसकी प्रेम कहानी का अंत हुआ। पिता, भाई, बहनोई ने मिलकर मारा- यह कहा जा रहा है। तीनों कह रहे कि उसने सुसाइड किया, हमने शव को ठिकाने लगाया। लेकिन, जिंदा रहते भले ही बदकिस्मती साथ रही, मौत के बाद शव का साथ किस्मत ने दिया। शव को ईंटों से बांध पुल के ऊपर से नदी में फेंका गया, लेकिन वह पानी में नहीं गिरा। उन ईंटों के ब्रांड ने बोरे में बंद अज्ञात लाश की पहचान का सुराग दिया। बागेश्वर धाम से वापसी में आसपास रहे चौकीदार ने पहचान की। और, फिर 12 दिन पहले की लाश का राज परत-दर-परत खुल गया। अब सिर्फ यह पक्का होना बाकी है कि मर्डर किया गया था, सुसाइड नहीं है।
थाने में रखी तस्वीर से हुई अज्ञात लाश की शिनाख्त
मोतिहारी के बीजधरी ओपी क्षेत्र अंतर्गत सत्तरघाट पुल के पाया नंबर 13 के पास से 27 अप्रैल को एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ था। लाश को एक बोरे में बंद कर फेंका गया था। लड़की की पहचान नहीं हुई थी। अगले दिन जब केसरिया थाना के चौकीदार ने बताया कि यह वही लड़की है जिसे पुलिस ने बागेश्वर धाम से बरामद कर लाया था। फिर थाने में रखी तस्वीर से उसकी मिलान की गई तो लड़की की पहचान केसरिया थाना क्षेत्र के सुबैया गांव निवासी प्रधुमन दास की 22 वर्षीय बेटी काजल कुमारी के रूप में हुई। पहचान के बाद पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ी और बड़ा खुलासा हुआ।
काजल के भाग जाने से टूट गई थी शादी
काजल के पिता प्रधुमण दास ने केसरिया थाना में 17 मार्च को आवेदन दे कर अपने बेटी काजल कुमारी को भगा कर ले जाने का आरोप गांव के सागर कुमार पर लगाया था। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए लड़की को बागेश्वर धाम से बरामद कर लिया। 24 मार्च को काजल को परिजनों के हवाले किया गया। तब काजल की शादी तय हो गई थी। उसके भाग जाने से शादी टूट गई।
डॉन ईंट ने उठा दिया रहस्य से पर्दा
जब काजल का शव सत्तरघाट पुल के नीचे बोरे में बंद बरामद हुआ तो उस बोरे में डॉन चिमनी का ईंट भी मिला। बस इसी ईंट ने पुलिस को लीड दे दी। इस ईंट के जरिए पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे का दावा किया है। काजल के परिजनों पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप है। हालांकि परिजन कह रहे हैं कि लड़की ने आत्महत्या की है। उन्होंने सिर्फ शव को ठिकाने लगाया है।
सागर से भी मिला धोखा, बागेश्वर धाम में मिली काजल
काजल और सागर दोनो एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोनो के बीच काफी दिनों से प्रेम चल रहा था। जब काजल की शादी तय हुई तो दोनों ने भाग कर शादी करने का प्लान बनाया। सागर प्लान के तहत काजल को लेकर साहेबगंज पहुंचा। फिर काजल को अपने दोस्त के साथ बागेश्वर धाम भेज खुद पैसे लेने के बहाने घर वापस आ गया। बाद में पुलिस ने लड़की को बागेश्वर धाम से बरामद किया।
लाश न मिले, इसलिए बोरे में रखी थी ईंट
काजल के पिता और भाई के अनुसार 26 अप्रैल की रात काजल ने बाथरूम में अपने दुपट्टे से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। हम लोगों को डर था कि हत्या का आरोप हमारे ऊपर आएगा। इसलिए काजल के शव को बोरा में बंद कर सत्तारघाट पुल पहुंचे। बोरा में ईट इसलिए रखा ताकि नदी में पड़ने के बाद शव बाहर नहीं आए। लेकिन शव को पुल से फेंका तो शव पानी में न जा कर सूखी जगह पर गिर गया।
हत्या या आत्महत्या : अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
चकिया एसडीपीओ सतेंद्र सिंह ने बताया कि सत्तारघाट पुल के नीचे से बोरा में बरामद लड़की के शव मामले का खुलासा कर दिया गया है। हत्या में शामिल लड़की के पिता प्रभुवन दास, भाई चन्द्रमोहन उर्फ अजय प्रसाद और उसके जीजा आशुतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। वैसे काजल की हत्या की गई है या यह मामला आत्महत्या का है, इसकी पक्की जानकारी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।