Bihar News में ऐसी खबर जिसे पढ़कर आप सकते में पड़ जाएंगे। प्रोफेसर ने सांसद और मंत्री को गले लगा लिया। फिर जो हुआ उसने सबको हैरत में डाल दिया।
मंत्री जी तिलमिला उठे। उनकी शान में गुस्ताखी ही ऐसी की गई थी। भला एक सांसद या किसी मंत्री को कोई आम प्रोफेसर गले कैसे लगा सकता है? अगर लगा लिया तो इसका खामियाजा तो भुगतना होगा। इसलिए मंत्री जी ने प्रोफेसर साहब को खूब फटकार लगाई। पूछ बैठे, रिश्तेदार हो क्या? या समधी मिलन करने आए हो? यह वाक्या नालंदा जिले का है, जहां नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एक उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे।
प्रोफेसर ने गले से लगाया तो गुस्से से लाल हुए श्रवण कुमार
नालंदा के किसान कॉलेज में एक कार्यक्रम था। यह कार्यक्रम सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा नालंदा वासियों को पीने के पानी के 22 टैंकर प्रदान करने के मौके पर रखा गया था। कार्यक्रम में सांसद कौशलेंद्र कुमार के साथ यहां पहुंचे थे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के प्रोफेसर सुधीर कुमार ने सांसद कौशलेंद्र कुमार और मंत्री श्रवण कुमार को गले से लगा लिया। वे जनप्रतिनिधियों से मोहब्बत जाता रहे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह मोहब्बत अदावत में बदल जाएगी। देखते ही देखते मंत्री श्रवण कुमार का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। आखिर एक प्रोफेसर किसी मंत्री और सांसद को गले कैसे लगा सकता है? लिहाजा मंत्री श्रवण कुमार ने प्रोफेसर साहब को भारी भीड़ में खूब फटकार लगाई। सवाल भी पूछा। प्रोफेसर से मंत्री ने कड़े शब्दों में पूछा कि रिश्तेदार हो क्या? यह समधी मिलन करने आए हो?
प्रोफेसर की हुई बेज्जती, मांगनी पड़ी माफी
मंत्री की इस तुनक मिजाजी पर वहां खड़े लोग भी हैरत में थे। आखिर ऐसा क्या गुनाह कर दिया था एक प्रोफेसर ने कि उन्हें इतनी भीड़ के बीच बेइज्जत होना पड़ा? मंत्री इतने गुस्से में थे कि आखिरकार प्रोफेसर को माफी मांगनी पड़ी। तब जाकर मंत्री जी का गुस्सा सातवें आसमान से वापस जमीन पर लौट पाया। इस पूरी घटना के दौरान सबकी निगाहें मंत्री की तुनक मिजाजी पर ही टिकी रही।