Kameshwar Chaupal : अयोध्या श्रीराम मंदिर के नींव की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल नहीं रहे। उन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनके गृह क्षेत्र बिहार के लिए पार्थिव शरीर निकल चुका है।
Kameshwar Choupal Died : सुपौल के रहने वाले, पटना में रहते थे, बखरी रहा चुनाव क्षेत्र
वह बिहार के सुपौल के मूल निवासी थे। वह पटना में रहते थे। श्रीराम की सेवा में ऐसे रमे थे कि देश ने तभी उनका नाम जान लिया था, जब रामलला टेंट में बंद थे। अयोध्या के जिस श्रीराम मंदिर में आज रोज लाखों लोग दर्शन करने जाते हैं, उसकी नींव की पहली ईंट उन्होंने रखी थी। पूरा देश उन्हें श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य के रूप में भी जानता था। आज उनके निधन की खबर आई तो जैसे हरेक को सदमा लगा। उनके हाथ में 11 उंगलियां थीं और वह अक्सर कहते थे कि श्रीराम ने उन्हें अपनी सेवा के लिए भेजा है।
Bihar Election : उन सीटों का दुर्भाग्य माना गया, जहां वह चुनाव हारे
बेगूसराय के बखरी से वह चुनाव लड़े, हालांकि यह सुरक्षित विधानसभा सीट का दुर्भाग्य ही कहा जाता है कि कामेश्वर चौपाल को वह नहीं जिता सका। वैसे, इसी तरह का दुर्भाग्य सुपौल का भी रहा, क्योंकि इस लोकसभा सीट ने भी उन्हें प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया। वह बिहार विधान परिषद् के सदस्य रहे और एक बार उप मुख्यमंत्री के रूप में उनका नाम भी उछला था।
अगस्त 2024 में नई दिल्ली दिल्ली स्थित सर गंगा राम अस्पताल में उनका किडनी ट्रांसप्लांट कराया गया था। उसके बाद वह कुछ ही समय ठीक रहे। दिसंबर में पटना लौटते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। पिछले महीने उन्हें फिर से गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया। किडनी के साथ-साथ लिवर भी खराब हो गया, लेकिन अस्पताल में इसका प्रबंधन सही से नहीं हुआ और भर्ती होने के 28 दिनों के बाद वह दुनिया से विदा हो गए। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर बाद 3 बजे पटना के बेउर स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा। वहां से विधान परिषद् जाएगा और फिर रात में सुपौल के लिए ले जाया जाएगा। वहीं अंतिम संस्कार शनिवार को होगा।
Kameshwar Chaupal : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व विधान पार्षद कामेश्वर चौपाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। स्व. कामेश्वर चौपल राम जन्म भूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी भी थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।