IAS Sanjeev Hans के पटना और दिल्ली समेत कई ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने आखिरकार आईएएस अधिकारी संजीव हंस को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपों के तहत उनके साझीदार रहे राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव भी गिरफ्तार हो गए हैं।
ED ने फिर Sanjeev Hans IAS के ठिकानों पर की छापेमारी, रात में गिरफ्तारी
बिहार के आईएएस अधिकारी संजीव हंस (Sanjiv Hans) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई आखिरकार एक मुकाम तक पहुंच ही गई। शुक्रवार को दिनभर ईडी की रेड हंस के चार ठिकानों पर चली। पटना स्थित सरकारी आवास पर ईडी अधिकारियों ने छापेमारी की। इसके अलावा दिल्ली में संजीव हंस से जुड़े लोगों के 3 अलग-अलग ठिकानों पर सुबह के समय छापा मारा गया। इस छापेमारी के बाद संजीव हंस और उनके करीबियों में हड़कंप मच गया। रात में संजीव हंस (Sanjeev Hans IAS) और उनके करीबी पूर्व विधायक गुलाब यादव (Gulab Yadav) को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
आईएएस संजीव हंस पर गिरफ्तारी का खतरा अगस्त से ही था
संजीव हंस ऊर्जा विभाग में एक पावर कंपनी के प्रधान सचिव रह चुके हैं। उनपर पद का दुरुपयोग करते हुए काली कमाई करने के आरोप हैं। ईडी जांच में सामने आया है कि इस काम में आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव ने भी उनका साथ दिया। उनके खिलाफ भी ईडी शिकंजा कस रही थी। एक महीने के भीतर दूसरी बार छापेमारी होने के बाद संजीव हंस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थी। अगस्त की शुरुआत में जब उनके सारे पदों को राज्य सरकार ने छीन लिया था, उसके बाद ईडी की सक्रियता को देखते हुए 7 अगस्त को रिपब्लिकन न्यूज़ ने सामने लाया था कि उनकी गिरफ्तारी का खतरा सामने आ चुका है। ईडी ने संजीव हंस और उनके करीबियों के ठिकानों पर पिछले महीने भी छापेमारी की थी। उस दौरान जांच एजेंसी को भारी मात्रा में सोना-चांदी के जेवरात और कैश बरामद हुआ था।