Bihar News में Bihar Police का शर्मनाक चेहरा फिर से बेनकाब हो गया। एक लड़की के साथ बलात्कार के बाद पंचायत ने इज्जत की कीमत 4 लाख तय कर दी। हद तो तब हुई जब पुलिस ने भी इस कीमत को जायज ठहरा दिया।
बलात्कार की कीमत 4 लाख…
बिहार पुलिस के दामन हर रोज दागदार हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय की तमाम कोशिशों के बावजूद थानेदार अपनी करतूत से पुलिस महकने का सिर नीचा कर रहे हैं। एक नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद पंचायत ने उसकी अस्मत की कीमत लगा दी। कीमत तय की गई चार लाख रुपए। पंचायत ने बाकायदा इसका इकरारनामा बनवा दिया। लेकिन लड़की को न्याय चाहिए था। लिहाजा वह पुलिस थाने पहुंच गई। तब पुलिस का घिनौना चेहरा सामने आया। थानेदार ने बलात्कार की कीमत को जायज ठहराते हुए केस दर्ज करने से मना कर दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद आरोपी थानेदार को निलंबित कर दिया गया है। वहीं पंचायत करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पीड़िता ने नहीं किया इज्जत का सौदा, पुलिस भी बेनकाब
यह पूरा मामला दरभंगा जिले के हायाघाट थाना क्षेत्र का है। यहां एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। दुष्कर्म के बाद पंचायत के उप मुखिया ने भरी पंचायत में दुष्कर्म का सौदा किया। लड़की के इज्जत की कीमत 4 लाख रुपए तय कर दी गई। पंचायत में मौजूद दर्जनों लोगों से इकरारनामे पर दस्तखत करवा लिया गया। लेकिन पीड़िता ने इज्जत का सौदा करने से इनकार कर दिया। बाद में आरोपी और पीड़िता के शादी की बात रखी गई। लेकिन आरोपी और पंचायत ने चार लाख लेकर मुंह बंद रखने की धमकी दी। लिहाजा पीड़िता अपनी मां के साथ हायाघाट थाने पहुंची। लेकिन हायाघाट के थाना अध्यक्ष ने पंचायत के फैसले को सही करार देते हुए एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया।
एसएसपी ने थानेदार को किया निलंबित, एफआईआर का आदेश
पीड़िता ने हार नहीं मानी। वह अपनी मां के साथ दरभंगा जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी के दरबार में पहुंची। जब एसएसपी को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने सर्किल इंस्पेक्टर को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में पंचायत करने वाले उप मुखिया के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।