Bihar News में जमीन की जमाबंदी से जुड़ी अहम खबर है। 44 वर्ष पूर्व बेची गई जमीन का फर्जी जमाबंदी कायम करने के आरोप में कोर्ट ने अफसरों को नोटिस जारी कर दिया है।
Bihar Land Survey : अंचलाधिकारी, रेवेन्यू ऑफिसर व कर्मचारी को कोर्ट का नोटिस
चार दशक पूर्व जमीन बेची गई थी। खरीदने वाले की दो पुश्तों ने जमीन पर कब्जा बनाए रखा। सभी कागजात दुरुस्त थे। जमीन का कुछ हिस्सा बेचा भी गया। यहां तक कोई दिक्कत नहीं थी। अचानक पता चला कि चार दशक पूर्व जमीन को बेचने वाले रैयतों के रिश्तेदारों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन की जमाबंदी अपने नाम करवा ली है। जानकारी मिलते ही जमीन के मालिक को होंश उड़ गए। कागजात जांच के दौरान पता चला कि अंचल कार्यालय में बड़ा खेल हुआ है। लिहाजा पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब फर्जी जमाबंदी कायम करने की शिकायत पर कोर्ट ने अंचलाधिकारी तथा राजस्व पदाधिकारी को नोटिस जारी कर दिया है। डीएम को तय तिथि को दस्तावेज प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं। यह हैरान करने वाला मामला दरभंगा से सामने आया है।
Darbhanga News : 44 वर्ष पूर्व बेची जमीन, डीएम जमा करें दतस्तावेज
दरभंगा जिले के बेनीपुर अनुमंडलीय न्यायालय के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संगीता रानी की कोर्ट ने बेनीपुर के सीओ अश्वनी कुमार, राजस्व पदाधिकारी अश्वनी कुमार राय और राजस्व कर्मचारी सुधीर कुमार को नोटिस जारी कर दिया है। तीनों से कोर्ट ने जवाब तलब किया है। मामला 44 वर्ष पूर्व बेची गई जमीन का गलत तरीके से कागजात बनाकर फिर से जमाबंदी कायम करने का है। फरियादी ने न्यायालय में 12 नवम्बर को मामला दर्ज करवाया था। इस मामले की न्यायालय में सुनवाई की गई जिसमें कोर्ट ने जिले के डीएम को 4 दिसंबर को मामले की जांच सभी कागजात प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
Darbhanga Bihar : 1980 में खरीदी थी 2 बीघा 6 कट्ठा जमीन
बहेड़ी थाना क्षेत्र के हावीडीह निवासी मुकदमे के परिवादी वृजबिहारी राय ने अदालत में आपराधिक मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसकी सुनवाई 13 नवम्बर को हुई थी। फरियादी ने कहा है कि उनके पिता स्व. सीताराम राय ने दो बीघा, छह कठ्ठा जमीन की रजिस्ट्री वर्ष 1980 और 1981 में कराई थी। जमीन खरीद के बाद उनका परिवार वर्षो से खेती करते आ रहे हैं। पिता की मौत के बाद तीनों भाई ने अपने आवश्यकता अनुसार कुछ जमीन बेची थी। बेची गई जमीन भी खरीदने वालों के कब्जे में है। कुछ लोग तो वर्षों से उक्त जमीन पर घर बनाकर भी रहते हैं।
Bihar Land Receipt : दादा ने बेची जमीन, अब पोते कर बैठे फर्जीवाड़ा
इस मामले में नया ट्विस्ट सामने आया है। फरियादी का आरोप है कि 44 वर्ष पहले फरियादी के पिता के हाथों जमीन बेचने वाले रामयुगल सिंह और सोनझारी देवी के पौत्रों ने गलत तरीके से मालगुजारी रसीद अपने नाम करवा लिया। फरियादी ने कर्मचारी, आरओ और सीओ पर जमीन के जाली कागजात बनवाकर मालगुजारी रसीद जारी करने का आरोप लगाया है। अब देखना ये है कि अंचल कार्यालय की ओर से कोर्ट में क्या जवाब प्रस्तुत किया जाता है।