Bihar News : बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने प्लास्टिक का सीमेंट-बालू इजाद कर दिया है। यह पानी में भी जम जाता है। बिहार विधानसभा से कुछ ही दूरी पर पथ निर्माण विभाग यह प्रयोग कर रहा है। ‘समाधान तक’ में एक सड़क के ठेकेदार की खोज यहां आ पहुंची है।
Solution Journalism : निगम ने निरीक्षण कर बताया- RCD का रोड है
रिपब्लिकन न्यूज़ ने ‘समाधान तक’ शृंखला की शुरुआत राजधानी पटना स्थित बिहार विधानसभा से करीब 200-250 मीटर दूर स्थित गर्दनीबाग के यारपुर की इस सड़क की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की और इसपर पटना नगर निगम (PMC Patna) के साथ पथ निर्माण विभाग (RCD Bihar) से जानकारी हासिल करनी शुरू की तो कई स्तर पर बहुत कुछ हुआ। पटना नगर निगम के कुछ अधिकारी शिवाजी पथ यारपुर (Shivajee Path Yarpur) की सड़क देखने पहुंचे। निरीक्षण के बाद कहा- यह पथ निर्माण विभाग (RCD Bihar Government) की सड़क है। पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कॉल, मैसेज, ईमेल किसी का जवाब नहीं दिया। और, फिर अचानक एक प्रयोग (Construction Methods) दिखाई दिया। पानी भरे गड्ढे में सीमेंट-बालू-गिट्टी भरकर नाला बनाने का। जी हां, मानो सबकुछ प्लास्टिक हो और पानी में जाते ही यह जम जाए।
Nitish Kumar सरकार का यह कारनामा देख चौंक रहे लोग, मगर चुप्पी भी
डेढ़ साल पहले रोड बनाने के नाम पर सड़क को खोदकर छोड़ा गया। फिर कुछ दूर नाला बनाकर भी ठेकेदार गायब हो गया। रिपब्लिकन न्यूज़ की खबर के बाद पथ निर्माण विभाग के ठेकेदार ने सड़क का काम तो शुरू नहीं किया, लेकिन नाला बनाने के लिए मजदूर और सुपरवाइजर जरूर भेज दिया। नाले के लिए सड़क को खोदा गया तो गंदा पानी भर गया। पानी से भरे उसी गड्ढे में पहले छड़ का स्ट्रक्चर डाला गया और फिर सीमेंट-बालू-गिट्टी का मसाला फेंक दिया गया। जमीन की मजबूती इसी तरह की गई। इसके बाद बॉक्स बनाने के लिए फ्रेम डालकर उसके बीच इसी तरह मसाला भर दिया गया। पानी के गड्ढे में बॉक्स नाला बनाने का यह प्रयोग देखकर लोग चौंक गए, लेकिन विरोध करने से बचते रहे।
BJP News : भाजपा सांसद-विधायक बेअसर, नतीजा ठेकेदार की मनमानी
बिहार के नगर विकास मंत्री नितिन नवीन (Nitin Nabin MLA) इस इलाके के विधायक हैं। उनकी (minister.udhd@gmail.com) या उनके विभाग की ईमेल आईडी (urbansec-bih@nic.in) बेकार है। इस इलाके के सांसद भी सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के रविशंकर प्रसाद हैं। हालत की जानकारी मिलने पर भी इनके ऊपर असर नहीं पड़ा है। हालत यह है कि भारतीय जनता पार्टी कोटे के उप मुख्यमंत्री और राज्य के पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा का भी ध्यान इसपर नहीं गया है। पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों की ईमेल आईडी secyrcd-bih@nic.in, chairman@brpnn.co.in, mdroadcorp@gmail.com बेकार है। पथ निर्माण विभाग का व्हाट्सएप नंबर 8544401052 भी बेकार पड़ा है। पांच अक्टूबर को खबर की कॉपी भेजकर वास्तविक स्थिति पूछे जाने पर भी कोई जवाब नहीं आया। नतीजा- ठेकेदार की मनमानी।