Bihar Politics में इस वक्त दही-चूड़ा पर सियासी स्वाद चखा जा रहा है। इस बीच एक अजीब वाक्या सामने आया है।
Bihar News : चिराग पहुंचें नहीं और वापस लौटे नीतीश
बिहार में दही चूड़ा पर सियासी स्वाद चखा जा रहा है। राजनीति की हांडी में गठबंधन की मजबूत दही दिखाने की पूरी कोशिश हो रही है। लोजपा रामविलास के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान तो बकायदा दही-चूड़ा के बहाने विद्यानसभा चुनावी का शंखनाद करने वाले हैं। तमाम पार्टी पदाधिकारियों को दही-चूड़ा के बहाने पटना बुलाया गया है। इस बीच मंगलवार को एक अजीब सियासी घटना हुई। चिराग पासवान घर पर ही थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोजपा रामविलास के दफ्तर पहुंच गए। चिराग की गैरमौजूदगी में ही सीएम नीतीश वहां से निकल भी गए।
Chirag Paswan : लंबे समय बाद पार्टी दफ्तर में चिराग की एंट्री
दही-चूड़ा भोज पर लोजपा रामविलास द्वारा 1 व्हीलर रोड, शहीद पीर अली खान मार्ग पटना में बड़ा आयोजन है। पार्टी दफ्तर दुल्हन की तरह सजा है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार चिराग पासवान दही-चूड़ा का भोज कर रहे हैं। लोजपा आर के लिए यह भोज इसलिए भी ज्यादा मायने रखता है क्योंकि यह वही दफ्तर है जहां से चिराग पासवान को पार्टी में फूट के बाद हटना पड़ा था। सत्ता में वापसी के बाद दोबारा उन्हें दफ्तर मिला है ऐसे में मंगलवार को पार्टी दफ्तर में दही-चूड़ा के बड़े भोज का आयोजन किया गया है।
LJP Ramvilas : चिराग पासवान का शेड्यूल तय था
चिराग पासवान के आने को लेकर सोमवार की दोपहर एक शेड्यूल जारी किया गया था। इस शेड्यूल के मुताबिक, चिराग पासवान रात करीब 8 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंच गए। पार्टी की ओर से उनके दही-चूड़ा में आने का भी शेड्यूल जारी हुआ था। पार्टी की ओर से जानकारी दी गई थी कि चिराग पासवान सुबह 10:45 बजे पार्टी दफ्तर पहुंच जाएंगे।
Nitish Kumar : चिराग से बिना मिले ही निकले नीतीश
इस बीच सीएम नीतीश कुमार मंगलवार की सुबह करीब 10.15 बजे ही लोजपा आर के ऑफिस पहुंच गए। जब सीएम नीतीश पार्टी ऑफिस पहुंचे तब वहां चिराग पासवान मौजूद ही नहीं थे। अचानक सीएम नीतीश के पहुंचने से पार्टी के नेता अचरज में पड़ गए। चिराग पासवान का कार्यक्रम सुबह 10.45 से तय होने के बावजूद सीएम नीतीश का अचानक दफ्तर पहुंचने से पार्टी दफ्तर में हलचल बढ़ गई। सीएम ने रामविलास पासवान की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और निकल गए। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि यह कम्युनिकेशन गैप का मसला है।