Bihar News में खबर बिहार कैबिनेट विस्तार से जुड़ी हुई। सरकार गठन के करीब 50 दिन बाद हुए इस कैबिनेट विस्तार से एनडीए ने बड़ा दाव खेला है।
बिहार में कैबिनेट विस्तार का मामला लंबे समय से अटका था। 14 मार्च को कैबिनेट विस्तार होने की खबर थी। लेकिन शुक्रवार को आखिरकार एनडीए ने बिहार में कैबिनेट विस्तार करते हुए बड़ा सियासी दाव खेल दिया। इस कैबिनेट विस्तार में बीजेपी कोटे से 12 तथा जेडीयू कोटे से 9 नए मंत्री आज शपथ ले रहे हैं। बीजेपी ने इस कैबिनेट विस्तार में छह नए चेहरे को शामिल किया है। आज 21 मंत्री शपथ ले रहे हैं। यहां हम आपको शपथ लेने वाले मंत्रियों की जाति भी बता रहे हैं, ताकि नीतीश की नई कैबिनेट का पूरा गणित आप आसानी से समझ सकें।
बीजेपी से इनकी खुली किस्मत
भाजपा ने रेणु देवी (नोनिया) अति पिछड़ा, मंगल पांडेय (ब्राह्मण) सवर्ण, नीतीश मिश्रा (ब्राह्मण) सवर्ण, नीरज कुमार सिंह (राजपूत) सवर्ण, नितीन नवीन (कायस्थ) सवर्ण, दिलीप जायसवाल (वैश्य) पिछड़ा, संतोष सिंह (राजपूत) सवर्ण, जनक राम (चमार) दलित, केदार प्रसाद गुप्ता (वैश्य) पिछड़ा, हरी सहनी (मल्लाह) अति पिछड़ा, कृष्णनंदन पासवान (पासवान) दलित, सुरेन्द्र मेहता (कुशवाहा) पिछड़ा को मंत्री बनाया है।
जेडीयू ने इन्हें दिया मौका
जेडीयू ने की ओर से अशोक चौधरी (पासी) दलित, लेसी सिंह (राजपूत) सवर्ण, महेश्वर हजारी (पासवान) दलित, जयंत राज (कुशवाहा) पिछड़ा, सुनील कुमार (चमार) दलित, जमा खान (पठान) सवर्ण मुस्लिम, शीला मंडल (धानुक) अति पिछड़ा, रत्नेश सदा (मुसहर) दलित, मदन सहनी (मल्लाह) अति पिछड़ा को मंत्री पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
लोकसभा चुनाव का समीकरण सेट
कहा जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान देरी के पीछे बड़ी वजह है। वजह ये कि एनडीए कैबिनेट विस्तार के जरिए एक साथ कई चीजों को साधने की तैयारी में है। मंत्रिमंडल में ऐसे चेहरे शामिल किए गए हैं जिनकी जाति और साथ का फायदा लोकसभा चुनाव के परिणाम में साफ देखने को मिलेगा।