Bihar News में चर्चा उस बेटी की जिसने बीपीएससी में टॉप किया था। तब टॉपर प्रियांगी ने कहा था कि यूपीएससी उनका अगला टारगेट है। अब प्रियांगी यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बन गईं हैं।
BPSC टॉपर होने के बाद कहा था ‘UPSC है मेरा लक्ष्य’
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में टॉपर बनी पटना की बेटी प्रियांगी मेहता ने एक बार फिर सफलता की नई कहानी लिखी है। बीपीएससी टॉप करने के बाद प्रियांगी ने कहा था कि यूपीएससी क्रैक करना उनका अगला लक्ष्य होगा। 3 महीने पहले यूपीएससी को अपना लक्ष्य बताने वाली प्रियांगी ने आखिरकार यूपीएससी क्रैक कर लिया है। अब प्रियांगी आईपीएस बन गईं हैं।
यूपीएससी में मिला AIR 261, बन गईं हैं आईपीएस
पटना के संदलपुर इलाके की रहने वाली प्रियांगी मेहता ने BPSC 68वीं परीक्षा में टॉप किया था। बीपीएससी का रिजल्ट निकलने के बाद घर में खुशी का माहौल था। लेकिन प्रियांगी एक बड़े सपने के साथ अपनी लक्ष्य को साधने में जुटी हुई थी। यूपीएससी को लक्ष्य बनाकर लगातार मेहनत करने वाली पटना की इस बेटी ने यूपीएससी क्रैक कर लिया है। यूपीएससी में उन्हें ऑल इंडिया रैंक 261 मिला है। इसी के साथ प्रियांगी अब आईपीएस बन गईं हैं।
इंटरमीडिएट में भी रहीं थीं टॉपर
प्रियांगी ने बिहार बोर्ड से इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप किया था। इसके बाद से ही वे BPSC और UPSC की परीक्षा को लेकर गंभीर हो गयी थीं। सबसे पहले बीपीएससी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जतन करने वाली प्रियांगी ने BPSC की परीक्षा में टॉप कर समाज को बड़ा संदेश दिया। तब उन्होंने कहा था कि उनका अगला लक्ष्य UPSC क्लियर करना है। बीपीएससी रिजल्ट जारी होने के समय ही प्रियांगी का मेंस निकल चुका था। मार्च में इंटरव्यू का शेड्यूल्ड था। आखिरकार इंटरव्यू क्लियर कर उन्होंने यूपीएससी का लक्ष्य भी पूरा कर लिया।
सेल्फ स्टडी से हासिल की सफलता
सिविल सर्विसेज परीक्षाओं के लिए प्रियांगी ने सेल्फ स्टडी का सहारा लिया। उन्होंने कहीं भी कोचिंग या ट्यूशन नहीं की। प्रियांगी ने बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी से ही ये सफलता हासिल की है। साल 2016 में सीबीएसई से उन्होंने मैट्रिक किया और 2018 में ह्यूमैनिटीज विषय से अरविंद महिला कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉपर रहीं।। इसके बाद उन्होंने 2019-22 बैच में BHU से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक किया। उन्होंने बताया कि जब वह BPSC का फॉर्म भर रही थी तो कई पदों के लिए वह योग्य नहीं थीं। क्योंकि उनकी उम्र कम थी। लिहाजा उन्होंने रिवेन्यू ऑफिसर के पद को सेलेक्ट किया था। प्रियांगी मेहता का मानना है कि सेल्फ स्टडी से भी सफलता हासिल की जा सकती है। इसके लिए लगन और मेहनत की जरूरत है।