Bihar News में खबर बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक से जुड़ी हुई। इस कांड के तार सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से जुड़ रहे हैं।
बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है। आर्थिक अपराध इकाई की इस कार्रवाई में करीब 300 ऐसे छात्रों को गिरफ्तार किया गया है जो पेपर लीक करने वाले गिरोह के साथ मिलकर डील कर चुके थे। अब चौंकाने वाली खबर यह है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड के तार सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड से जुड़ गए हैं। सूत्रों का दावा है कि सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह ने ही BPSC TRE 3 का पेपर भी लीक किया है। ईओयू की रडार पर सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक करने वाले गिरोह के सदस्य आ गए हैं। ईओयू ने जिन माफियाओं को गिरफ्तार किया है उनसे मिली जानकारी के आधार पर इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाला गिरोह ही बीपीएसी शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लिक के कांड में शामिल था। सूत्र बता रहे हैं कि जिस प्रिंटिंग प्रेस में सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र प्रकाशित करवाया गया था, उसी प्रिंटिंग प्रेस में BPSC TRE 3 परीक्षा का भी प्रश्न पत्र प्रकाशित करवाया गया है। यहीं से पेपर लीक कांड के तार दो बड़ी भर्ती परीक्षाओं के मास्टर माइंड से जुड़ गए हैं।
नालंदा के सबसे जायदा हुए गिरफ्तार, सफेदपोश के नाम की चर्चा
आर्थिक अपराध इकाई ने एक साथ सैकड़ों छात्रों को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया था। EOU की टीम इस बड़े प्लान को देखकर खुद हैरत में पर गई थी। सूत्रों का दावा है कि ईओयू ने जिन छात्रों को गिरफ्तार किया है उनमें सबसे ज्यादा छात्र नालंदा जिले के रहने वाले हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन अगर ऐसा है तो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि पेपर लीक कांड के तार नालंदा से जुड़े हुए हैं। सूत्रों ने यहां तक दावा किया है कि EOU को यह जानकारी भी मिली है कि इस पेपर लीक कांड में एक सफेदपोश भी शामिल है। अब पेपर लीक कांड का नालंदा कनेक्शन और सफेदपोश कनेक्शन क्या है, यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।
बीपीएससी पर टिकी सबकी निगाहें, EOU ने दिए हैं सबूत
पेपर लीक को लेकर बीपीएससी का स्टैंड साफ नहीं है। EOU ने अपनी जांच में इस बात की पुष्टि कर दी है कि पेपर लीक हुआ था। जबकि बीपीएससी ने अबतक परीक्षा रद्द नहीं की है। बीपीएससी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि उनकी नजर EOU की जांच पर है। जांच में पुख्ता साक्ष्य मिलने पर परिक्षा रद्द करने पर विचार किया जाएगा। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब EOU की जांच में सबूत मिल चुके हैं तो बीपीएससी पेपर लीक को मानने से क्यों कतरा रही है।