Bihar News में Mukesh Sahani के पिता Jitan Sahni Murder Case सुर्खियों में है। अब पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
Bihar Police ने Jitan Sahni हत्याकांड का कर दिया खुलासा
वीआईपी पार्टी के मुखिया और बिहार की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड का खुलासा हो गया है। डीजीपी आरएस भट्टी की टीम ने आखिरकार जीतन सहनी हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए यह भी साफ कर दिया है कि वारदात को अंजाम क्यों दिया गया था। हालांकि इस हत्याकांड में अन्य कितने लोग शामिल हैं, इसका खुलासा होना फिलहाल बाकी है। मुख्य आरोपी ने अपराध की पूरी कहानी बयां कर दी है।
डेढ़ लाख रुपये के फेर में Kazim Ansari ने तीन लोगों के साथ मिल जान ली
दरभंगा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र में ही जीतन सहनी का घर ही। इसी थाना क्षेत्र के अफजला टोला, सुपौल बाजार निवासी शफीक अंसारी के बेटे काज़िम अंसारी (40) को पुलिस ने मुख्य अभियुक्त के रूप में सामने लाया है। वह पहले कपड़े की दुकान चलाता था, जो पूंजी के अभाव में काफी समय से बंद है। काज़िम ने जीतन सहनी से तीन किश्तों में कुल डेढ़ लाख का लोन 4% मासिक ब्याज दर पर लिया था। काज़िम ने यह रकम अपनी ज़मीन गिरवी रख कर ली थी। काज़िम ने पुलिस के सामने जो वाकया बताया, उसके अनुसार इसी महीने की 12 तारीख को वह और उसका एक साथी मो. सितारे उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम कर उधार का हिसाब करने गए थे। उद्देश्य गिरवी जमीन की वापसी थी। शर्तों को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और बात अंजाम भुगत लेने तक पहुंच गई। उस दिन की बहस की पुष्टि मो. सितारे और मृतक के भतीजे प्रमोद सहनी ने भी की है।
Mukesh Sahni के पिता की हत्या से गरमाई हुई है राजनीति
दरभंगा में मुकेश साहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड को लेकर सियासी बवाल मचा है। हर तरफ एक ही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जीतन सहनी को किसने और क्यों मारा? पुलिस ने मंगलवार को 8 घंटे के अंदर केस के खुलासे का दावा किया था। लेकिन बुधवार की दोपहर तक जब पुलिस की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया तो कई सवाल उठने लगे। इस बीच अब दरभंगा के घनश्यामपुर थाना अंतर्गत हुई इस घटना में मुख्य आरोपी काज़िम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। डीजीपी आरएस भट्टी के निर्देश में गठित एसआईटी ने वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मुख्य आरोपी काज़िम अंसारी को दबोच लिया है। पुलिस की पूछताछ में काज़िम अंसारी ने जीतन सहनी के हत्या की बात स्वीकार की है। उसने बताया है कि पैसे के लेनदेन की विवाद के कारण ही जीतन सहनी की हत्या हुई है। हालांकि पुलिस की ओर से साफ नहीं किया गया है कि हत्याकांड में अन्य कितने लोग शामिल हैं।
Murder Mystery में पहले चोरी की बात, अब जानें- कैसे हुआ यह सब
घनश्यापुर थाना इलाके का रहने वाला काज़िम अंसारी कपड़ा दुकान चलाता था। पैसे की कमी के कारण दुकान बंद करना पड़ा। इसने जीतन सहनी से डेढ़ लाख रुपए 4 प्रतिशत के मासिक ब्याज पर लिया था। पैसे के बदले अपनी ज़मीन गिरवी रखी थी। 12 जुलाई को काज़िम अंसारी और इसका एक साथी मो. सितारे उर्फ छेदी जीतन सहनी से सेटलमेंट करने गए थे। इस दौरान दोनों पक्षों में बड़ा विवाद हुआ। जमीन के कागजात वापस पाने के लिए काज़िम अंसारी ने साजिश रची। वारदात की रात डेढ़ बजे काजिम और उसके साथी पीछे के दरवाजे से जीतन सहनी के घर में घुसे। आरोपियों ने जीतन सहनी को धमकी देकर जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। लेकिन उन्होंने इसका विरोध किया। लिहाजा काज़िम ने जीतन के शरीर पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया। अन्य आरोपियों ने सहनी के हाथ-पैर पकड़ कर रखे थे। हत्या के बाद कागज़ात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की गई। जब चाबी नहीं मिली तो अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया गया। पुलिस ने उस अलमीरा को पहले ही बरामद कर लिया था।