Bihar News में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दो वीडियो खूब वायरल है- 1. वह अपने मंत्री को गरदन पकड़ कर सामने लाते हैं और सामने किसी के सिर से सिर टकरा देते हैं। 2. डिप्टी सीएम को खींचकर कैमरे के सामने लाते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंभीर माने जाते हैं। मजाक से दूर रहने की उनकी आदतों के बारे में उनके मित्र ने उनपर लिखी किताब में भी कई बार जिक्र किया है। वह किसी के शरीर को लेकर मजाक करते हों, ऐसा भी उनकी जीवनी में कहीं जिक्र नहीं है। तो, क्या नीतीश कुमार बदल गए हैं? उनका मन बदल गया है? उनकी आदतें बदल गई हैं? उनका व्यवहार बदल गया है? ऐसे सवालों का सामने आना वाजिब है, खासकर सोमवार को मीडिया के सामने घटित वाकये के बाद। उन्होंने पहले तो भवन निर्माण मंत्री को गरदन पकड़ कर सामने लाया और सामने किसी के सिर से उनका सिर टकरा दिया। फिर बात खत्म होते समय एक सवाल का जवाब देने के लिए डिप्टी सीएम को खींचकर कैमरे के सामने कर दिया।
मंत्री अशोक चौधरी झेंप गए, विजय चौधरी पीछे खिसके
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया के सामने आ रहे थे। उस समय उनके साथ संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी थे। मीडियाकर्मियों की तरफ वह बढ़ रहे थे और सवाल संसद के उद्घाटना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टैंड को लेकर था, लेकिन अचानक मुख्यमंत्री पीछे की ओर घूमे और फिर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की गरदन पर पीछे से पकड़ते हुए उन्हें सामने ले आया। सामने लाने के बाद उन्होंने एक पत्रकार से उनके सिर को टकरा दिया। अशोक चौधरी की ललाट पर लगे टीके को पत्रकार की ललाट पर टकराने के बाद नीतीश कुमार ने जब गरदन छोड़ी तो मंत्री ने टोटके के लिए एक बार फिर सिर से सिर टकराया। इसके बाद पूरे समय मंत्री अशोक चौधरी झेंप मिटाते रहे। पूरे समय उनके चेहरे पर इस वाकये का असर दिखता रहा। वाकये का असर कहें या जो, सीनियर चौधरी यानी मंत्री विजय कुमार चौधरी पीछे हो लिए। फिर पीछे ही रहे।
तेजस्वी को पहले आगे करते थे, इस बार खींचकर कहा
मीडियाकर्मियों ने जाते-जाते जब यह सवाल पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बन रहे विपक्षी गठबंधन में एकजुटता बनी हुई है या नहीं तो नीतीश ने जवाब नहीं दिया। उन्होंने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछने के लिए कहा। वह खुद सामने नहीं आए तो उन्हें हाथ पकड़कर खींचते हुए बताने के लिए कहा। हंसी-मजाक में तेजस्वी भी दो कदम आगे निकले। उन्होंने यह तो कहा ही कि सब ठीक है, गठबंधन में कोई परेशानी नहीं है; साथ ही नीतीश के अंदाज में यह भी कह दिया कि जल्द ही मीडियाकर्मियों को भी आजादी मिल जाएगी। नीतीश बार-बार मीडिया पर ही बंदिश होने की बात कहते हैं और तेजस्वी ने उसी बात को दुहरा दिया, जबकि इस समय इसपर बात नहीं हो रही थी। गठबंधन की एकता पर सवाल इसलिए पूछा गया, क्योंकि न तो बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार हो पा रहा, न रद्द किया गया सीओ का ट्रांसफर और न ही कई मुद्दों पर सत्तारूढ़ दलों की बैठकर एक साथ बात हो रही है।