Sharda Sinha : ओह! छठ के पहले यह क्या हो गया; 2017 से शारदा सिन्हा को कैंसर, AIIMS ICU में हैं अभी

रिपब्लिकन न्यूज़, नई दिल्ली/पटना

by Shishir
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Sharda Sinha : देश-दुनिया में छठ गीतों में जिनकी आवाज गूंजती है, वह सुप्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा पिछले सात साल से कैंसर को छिपाए हम सभी के बीच में हंसी-खुशी रह रही थीं। इसी महीने उनके पति का निधन हुआ और अब वह खुद AIIMS के ICU में भर्ती हैं।

सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर रिपब्लिकन न्यूज़ अथर्ववेद की पंक्तियों के साथ कामना करता है- हे सूर्य हम सौ वर्षों तक देखते रहें इन्हें। बीमारी की तस्वीर दो दिन पहले दिल्ली स्थित एम्स की है। दायीं तस्वीर उनके पति के निधन के बाद की है।

Bihar News: शारदा सिन्हा की खबर से बिहार के लोगों की चिंता बढ़ीं

शारदा सिन्हा बीमार हैं। बहुत बीमार हैं। पति ब्रज किशोर सिन्हा के निधन के कुछ दिन पहले जब पटना के एक अस्पताल में उनकी शल्यक्रिया जैसी प्रक्रिया हुई थी, तो सबसे पहले रिपब्लिकन न्यूज़ ने शारदा सिन्हा (Sharda Sinha News) के शुभचिंतकों के सामने यह खबर लायी थी। वह जब दिल्ली में इलाज के लिए गई थीं, तभी पटना में पति का निधन हो गया। यह सब इसी महीने हुआ। अब बहुत बुरी खबर सामने आ रही है, जो वह खुद करीब सात साल से छिपाए हुए थीं। एक महान कलाकार अपने प्रशंसकों के टूटने से ज्यादा घबराता है, इसलिए वह अपने दर्द को छिपा रही थीं।

शारदा सिन्हा को मल्टीपल मायलोमा (multiple myeloma) है। यह एक ऐसा कैंसर (Cancer) है, जो ठीक नहीं हो सकता। बस, सही समय पर इलाज होता रहे तो लंबा जीवन जिया जा सकता है। रिपब्लिकन न्यूज़ महापर्व छठ (Chhath Puja 2024) के मौके पर सूर्य देव से यही कामना करता है कि उन्हें लंबा जीवन जीने का आशीर्वाद दें, क्योंकि देश-दुनिया में छठ के गीतों को पहचान दिलाने में शारदा सिन्हा की अतुल्य भूमिका (Chhath Geet Sharda Sinha) रही है। उनकी हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। बेटे अंशुमन के अनुसार वह आईसीयू में हैं और ऑक्सीजन पर सांस ले रही हैं।

Cancer Symptoms : शारदा सिन्हा का कैंसर बोन मैरो से जुड़ा हुआ है

महावीर कैंसर संस्थान के पूर्व निदेशक और देश के जाने-माने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह कहते हैं- “शारदा सिन्हा के बेटे ने जिस कैंसर- मल्टीपल मायलोमा की बात की है, वह इंसान के बोन मैरो से जुड़ा होता है। मतलब, खून और हड्डी दोनों से इसका वास्ता होता है। मल्टीपल मायलोमा में बोन ट्यूमर हो जाता है, जिससे हड्डियां इस तरह कमजोर हो जाती हैं कि वह स्वस्थ रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स के निर्माण की अपनी भूमिका नहीं निभा पाती। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन समय पर सही ट्रीटमेंट से लोग लंबा जीवन जीते हैं। कई केस में बोन मैरो ट्रांसप्लांट होता है और इसका फायदा मिलता है।

Sharda Sinha News : पति के निधन के बाद टूट गईं, अब बेटे ने बताई वजह

शारदा सिन्हा ने मई 2020 में शादी की 50वीं सालगिरह मनाई थी। वह अबतक पति और बेटा-बेटी के परिवार के साथ खुद को खुशहाल दिखा रही थीं, जबकि वह 2017 से इस कैंसर से जूझ रही थीं। 71 साल की शारदा सिन्हा अबतक खुद को फिट रखने के लिए रियाज़ करती रही हैं, लेकिन अब उनके प्रशंसक सीधे उन्हें अस्पताल के आईसीयू में देख रहे हैं। पटना के बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल और मगध महिला कॉलेज की छात्रा रहीं शारदा सिन्हा के छठ पर्व को लेकर गाए गीत दशकों से सुने-सुनाए जाते रहे हैं। इस समय भी छठ का माहौल उनके गीतों से गुंजित है। शारदा सिन्हा ने सलमान खान की पहली फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ समेत कई हिंदी फिल्मों में भी गाने गाए हैं। रिपब्लिकन न्यूज़ ने 13 सितंबर को सबसे पहले यह जानकारी सामने लायी थी कि उन्हें खून से जुड़ी कोई बड़ी समस्या है, जिसके लिए अस्पताल में भर्ती कर उन्हें खून चढ़ाया भी गया था। अबतक प्राप्त उनकी तस्वीर दो दिन पहले एम्स दिल्ली की है। उसके बाद की कोई तस्वीर सामने नहीं आयी है।

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