Bihar Politics में एक बार फिर Nitish Kumar और BJP के संबंधों पर सियासी खिचड़ी पकने की खबर है। चर्चा है कि नीतीश ने बीजेपी के मंत्रियों से दूरियां बढ़ा ली है।
Nitish Kumar की खामोशी, Tejashwi Yadav का इशारा, BJP से दूरी
बिहार के सियासी हालात ठीक नहीं हैं। मौजूदा नीतीश सरकार की सेहत को लेकर कई तरह की खबरें सामने आ रहीं हैं। सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग के कार्यक्रम से जो हैरान करने वाली खबर आई उसके बाद कई सवाल उठने लगे। सवाल सीएम नीतीश कुमार और सरकार दोनों की सेहत को लेकर उठे। तमाम ताम-झाम कर जिस कार्यक्रम की घोषणा की गई थी, उसे महज 9 मिनट में ही समेट दिया गया। ना तो मुख्यमंत्री ने कुछ कहा। न ही डिप्टी सीएम और ना मंत्री ने भाषण दिए। लिहाजा सवाल उठने लगे कि आखिर ऐसी क्या बात हो गई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इतने बड़े कार्यक्रम से खामोश होकर निकल गए? लगे हाथ तेजस्वी यादव ने भी नीतीश के करीबी अफसर पर गंभीर आरोप लगाए। कहा, मुख्यमंत्री के बोलने पर पाबंदी लगा दी गई है। इस बीच एक और खबर सामने आई। खबर यह कि नीतीश कुमार ने बीते कुछ दिनों से भाजपा कोटे के मंत्रियों से दूरी बना ली है।
9 मिनट रुके सीएम, मौन रहे, चलते बने
सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा एक अन्ने मार्ग (मुख्यमंत्री आवास) स्थित संकल्प में कार्यक्रम आयोजित था। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सभी जिले के डीएम एवं अन्य अधिकारी जुड़े हुए थे। कार्यक्रम से पहले तमाम अखबारों में खूब प्रचार प्रसार किया गया। उम्मीद थी कि सीएम नीतीश कुमार ग्रामीण विकास विभाग के इस कार्यक्रम के ऊपर भाषण देंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव ने सीएम को कार्यक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने रिमोट दबाया। धन्यवाद ज्ञापन हुआ और कार्यक्रम खत्म कर दिया गया। कार्यक्रम शुरू होने और खत्म होने के बीच महज 9 मिनट का फासला था। संकल्प में आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने ग्रामीण आवास लाभुकों के अलावे जीविका दीदियों के खाते में राशि भेजी। राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया खत्म हो रही थी। विशिष्ट अतिथियों ने अभी चाय पीने की शुरूआत भी नहीं की थी और कार्यक्रम समापन की घोषणा कर दी गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ बोले बिना ही निकल गए। लिहाजा डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और विभागीय मंत्री श्रवण कुमार को भी चुप रहना पड़ा।
Tejashwi Yadav का हमला, सीएम के घर में होगा कार्यक्रम, अफसर ने बोलने पर लगाई पाबंदी
महज 9 मिनट में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं होने लगीं। चर्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार दोनों की सेहत को लेकर हुई। लिहाजा नेता प्रतिपक्ष यादव ने बिना मौका गवाएं एक बार फिर नीतीश के करीबी अफसर पर सवाल उठाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने आवास में ग्रामीण विकास विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए। विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। लेकिन मुख्यमंत्री ने बिना एक शब्द बोले महज 9 मिनट में ही कार्यक्रम खत्म कर दिया। अतिथि और मंत्री बिना चाय पिए और एक शब्द बोले ही वापस चले गए। तेजस्वी यादव ने कार्यक्रम में मुख्य सचिव के शामिल नहीं होने पर भी सवाल उठाया। पूछा वह कार्यक्रम में थे नहीं, या बुलाया ही नहीं गया था? तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के बोलने पर पाबंदी लगा दी है। जो कार्यक्रम होगा सीएम के घर में ही होगा और वहां चुनिंदा अधिकारी ही रहेंगे। तेजस्वी यादव का यह इशारा नीतीश कुमार के उन करीबी अफसरों पर है जिनको लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं।
Nitish Kumar ने BJP कोटे के मंत्रियों से बनाई दूरी, मिलना बंद
सियासी गलियारों में एक और खबर दौड़ रही है। खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच दूरियां बढ़ गईं हैं। कहा जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से नीतीश कुमार ने भाजपा कोटे के मंत्रियों से दूरियां बना ली है। वैसे तो भाजपा कोटे के मंत्री और नीतीश कुमार कई मौकों पर साथ नजर आते हैं। लेकिन साथ नजर आना और संवाद होने में फर्क होता है। दावा यहां तक किया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने बीजेपी कोटे के मंत्रियों से मुलाकात बंद कर दी है। अचानक मुख्यमंत्री के रवैए में बदलाव से बीजेपी भी हैरान है। हालांकि जेडीयू और भाजपा दोनों ही इस मसले को फिलहाल बाहर लाना नहीं चाहती। लेकिन इतना तो तय है कि सियासी आंच पर खिचड़ी पक रही है।