2024 Election : बिहार में लोकसभा की 40 में से कितनी सीटों पर किस दल के प्रत्याशी लड़ेंगे, यह फाइनल होने के पहले भागलपुर के लिए उम्मीदवार पर मुहर लग गई। जदयू विधायक ने दावा किया कि भाजपा ने उनके लिए सीट छोड़ दी है।
Shahnawaz Hussain की तैयारी का क्या होगा?
सीट बंटवारे पर अभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA seat sharing) में फैसला नहीं हुआ है। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से 195 प्रत्याशियों की जारी सूची (BJP List) में बिहार की किसी सीट के लिए कोई प्रत्याशी नहीं घोषित किया गया। लेकिन, अब नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाईटेड (JDU Party) के विधायक गोपाल मंडल (Gopal Mandal) ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से मिलकर भागलपुर के लिए अपना नाम फाइनल कर लिया है। बिहार की यह खबर (Bihar News) कोई अफवाह नहीं, बल्कि गोपाल मंडल के दावे पर आधारित है। वह भी बिहार प्रदेश भाजपा दफ्तर के बाहर किए उनके दावे पर। उनके दावे की मानें तो अब भाजपा के विधान पार्षद सैयद शाहनवाज हुसैन की तैयारी धरी रह जाएगी और जदयू के भागलपुर विधायक अजय कुमार मंडल का भी टिकट कट रहा है।
BJP List का इंतजार जितना लंबा खिंचेगा, तनाव उतना
भारतीय जनता पार्टी अपने गठबंधन के घटक दलों से डील फाइनल नहीं कर सकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो मार्च को आकर लौटे हैं, फिर आने वाले हैं। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, देश के गृह मंत्री और पार्टी के चुनावी कूटनीतिकार अमित शाह के भी बिहार आने की तैयारी है। माना जा रहा है कि इस दरम्यान सीटों पर बात हो जाएगी। लेकिन, इससे पहले जदयू के विधायक का भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर लौटते हुए अपना नाम फाइनल करना एक तरफ आश्चर्यजनक है तो दूसरी तरफ राजग के घटक दलों में छटपटाहट भी दिखा रहा है।
भागलपुर सीट पर पिछली बार जदयू के अजय मंडल ने राजद के बुलो मंडल को हराया था। यह सीट कभी सुशील कुमार मोदी, शाहनवाज हुसैन और अश्विनी चौबे जैसे भाजपाई दिग्गजों के कारण सुर्खियों में रहती थी, लेकिन पिछले चुनाव में अजय मंडल की जीत के बाद भाजपा की दावेदारी एक तरह से छिन गई। 28 जनवरी के पहले जदयू और भाजपा का साथ नहीं था तो भाजपा के दिग्गज तैयारी में थे, लेकिन अब संशय की स्थिति बनी हुई है।
कहां अटका हुआ है सीटों का बंटवारा, यह भी जानें
बिहार में 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 40 में से 39 सीटें राजग ने जीती थीं। तब राजग के अंदर सिर्फ भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच सीटों का बंटवारा हुआ था। इस बार लोजपा भी दो टुकड़ों में है और जीतन राम मांझी व उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को भी लोकसभा का टिकट चाहिए। कुशवाहा खुद केंद्र में पीएम मोदी के साथ मंत्री रह चुके हैं, इसलिए उनकी अपनी दावेदारी भी है। चिराग सांसद हैं और 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने और जदयू को कमजोर करने का काम किया था। जबतक नीतीश महागठबंधन में थे, सीटों का बंटवारा आसान लग रहा था। लेकिन, अब परिस्थितियां ऐसी फंसी हैं कि भाजपा बंटवारे को फाइनल नहीं कर पा रही है।