Bihar News में चर्चा बीपीएससी के एक पूर्व अधिकारी की हो रही है। उनके खिलाफ नौकरी देने के नाम करोड़ों रुपए ठगने के आरोपों की शिकायत आर्थिक अपराध इकाई से की गई है।
बिहार लोक सेवा आयोग के एक पूर्व अधिकारी पर गंभीर आरोप लगे हैं। उनके ऊपर नौकरी के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने का गंभीर आरोप है। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई से लिखित शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता ने कार्टून में रुपए भर कर भेजने की बात कही है। साथ ही साथ, कुछ मोबाइल नंबर और कुछ लोगों के नाम भी बताए गए हैं, जिनके पास पैसे भेजे जाते थे। शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।
बैंक खाते व कैश में दिए करोड़ों, कार्टून में भरकर भेजे जाते थे पैसे
नवादा के हिसुआ थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने आर्थिक अपराध इकाई को एक लिखित शिकायत दी है। इस शिकायत में बीपीएससी के एक पूर्व अधिकारी पर आरोप लगाया गया है कि बीपीएससी परीक्षा पास कराने का आश्वासन उनके द्वारा दिया गया था। नौकरी के लिए बैंक अकाउंट और नगद के माध्यम से 3 करोड़ 65 लख रुपए दिए गए। वहीं कैमूर के चैनपुर अंतर्गत कर्जाओ निवासी एक शख्स के खाते में 70 लख रुपए दिए गए। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि नगद रुपए भभुआ मंगवाया जाता था। फलों के कार्टून में भरकर पैसे भभुआ पहुंचाए जाते थे।
पत्नी ने कहा, दिल्ली में हैं अधिकारी, फिर बुला ली पुलिस
शिकायतकर्ता का आरोप है कि नौकरी नहीं होने के बाद जब उन्होंने पैसे वापस करने की बात कही तो उक्त पूर्व अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया जाता रहा। लेकिन पैसा नहीं दिया गया। बाद में अधिकारी होने की बात कर धमकी दी गई। लिहाजा शिकायतकर्ता ने उक्त अधिकारी की पत्नी से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि उनके पति दिल्ली में हैं। इसके बाद उनकी पत्नी ने पुलिस को बुला लिया। शिकायतकर्ता ने कुछ खातों में जमा हुए पैसे की पर्ची साक्ष्य के रूप में आर्थिक अपराध इकाई को दी है तथा आर्थिक अपराध इकाई से इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायतकर्ता का मोबाइल बंद, एफआईआर नहीं हुई दर्ज
शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। हम इस खबर में अधिकारी का नाम प्रकाशित नहीं कर रहे हैं। क्योंकि आर्थिक अपराध इकाई ने फिलहाल एफआईआर दर्ज नहीं की है। वहीं शिकायतकर्ता का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है। शिकायत की कॉपी सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। हालांकि फिलहाल इस मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।