Bihar Police : अपराधियों का मनोबल छोटे शहरों या गांवों में ही नहीं, राजधानी पटना में भी इस तरह बढ़ा हुआ है कि सीसीटीवी या मोबाइल कैमरों के बीच भी वह फायरिंग करने से नहीं चूक रहे।
फायरिंग की घटना से सहमा है पार्षद परिवार
बिहार पुलिस के इकबाल पर अपराधियों की चोट जारी है। एक के बाद कोर्ट के गवाहों की जान लेने का सिलसिला चल रहा है। अपराधियों का मनोबल सिर्फ छोटे शहरों या गांवों तक सीमित नहीं है। राजधानी पटना में भी बार-बार वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। ताजा वारदात पटना नगर निगम के वार्ड 20 की पार्षद भारती कुमारी के पुनाईचक स्थित आवास पर हुई है। बताया जा रहा है कि चुनाव के महीनों गुजरने के बावजूद चुनावी रंजिश जारी है और इसी क्रम में एक व्यक्ति ने वार्षद के आवास पर शनिवार शाम फायरिंग का प्रयास किया। गोली पिस्टल में फंस जाने के बाद शख्स भागने लगा।
निशाना वार्ड पार्षद के पति को बनाया गया था, हालांकि निशाने पर होने के बावजूद गोली फंसने के कारण वह बचने में कामयाब रहे। फायरिंग का आरोप चुनाव के दौरान उनके विरोधी प्रत्याशी के समर्थक सुनील कुमार पर है। घटना के दौरान फायरिंग करने वाले का पीछे हटते हुए वीडियो लोगों ने मोबाइल से बनाया है। वीडियो अब वायरल हो चुका है। वीडियो में दिख रहा है कि वार्ड पार्षद का परिवार और उनके पड़ोसी फायरिंग करने वाले उस शख्स को चुनौती देकर रुकने के लिए कह रहे हैं, लेकिन वह पीछे हट रहा है। पार्षद की ओर से शास्त्रीनगर थाने में इस बाबत केस दर्ज कराया गया है।
दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार पार्षद के पति अभिजीत कुमार और ससुर विनोद कुमार को निशाना बनाते हुए सुनील कुमार ने जानलेवा हमले का प्रयास किया। विनोद कुमार पूर्व पार्षद हैं और अब उनकी बहू पार्षद हैं। पार्षद ने शास्त्रीनगर थाने को लिखकर दिया है कि पंजाब नेशनल बैंक रोड स्थित उनके आवास पर अगर फायरिंग सफल होती तो उनके पति और ससुर की जान जा सकती थी। गोली फंस जाने के कारण जान बच गई। पार्षद ने घटना की तफसील से जानकारी देते हुए परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस से गुहार लगाई है। रिपब्लिकन न्यूज से बातचीत में पार्षद भारती कुमारी ने कहा कि चुनाव में हुई हार को कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, जिसके कारण बार-बार धमकी, अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं। इस बार हद तोड़ते हुए जान लेने का प्रयास किया गया है। उन्होंने डीजीपी आरएस भट्ठी से अपील की कि वह पूरे मामले में साक्ष्यों की जांच करते हुए तत्काल कार्रवाई करें।