Bihar Politics में JDU की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग से जुड़ी हुई खबर। चर्चा जेडीयू व बीजेपी में खींचतान की है।
Bihar News : Nitish Kumar का गेम, BJP की पेंच
सियासी पिच पर जेडीयू ने बल्लेबाजी की तैयारी पूरी कर ली है। नीतीश कुमार चाहते हैं कि जेडीयू 2010 की तरह मैच खेले। स्कोर बोर्ड पर बड़ी छलांग लगाने की कोशिश की जाए। ताकि टीम मजबूत हो। लेकिन बीजेपी खुद को पहले से मजबूत टीम बता कर स्कोर बोर्ड पर अपने अंक दिखा रही है। इसके साथ ही, बीजेपी ने चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को भी अपनी टीम की ओर से जदयू के खिलाफ बैटिंग करने के लिए उतार दिया है। राजनीति के पिच पर यह पूरा खेल बिहार विधानसभा चुनाव के सीट बंटवारे को लेकर हो रहा है। सीट बंटवारे पर मंथन के बीच जेडीयू और बीजेपी के बीच सियासी भिडंत की खबर है।
2010 के रिजल्ट पर नीतीश कुमार की नजर
2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू के अंदर मंथन जारी है। शुक्रवार को राज्य कार्यकारणी की बैठक पटना में चल रही है। पार्टी के पास अभी 46 विधायक हैं। ऐसे में जेडीयू अधिक से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारने की प्लानिंग कर रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर जेडीयू विधानसभा चुनाव में सीटों पर दावा करेगी। नीतीश कुमार चाहते हैं कि जेडीयू एक बार फिर से 2010 के अपने परफॉर्मेंस को वापस दोहराए। 2010 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने 141 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। जबकि बीजेपी ने 110 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को 115 सीटों पर जीत हासिल हुई। वहीं भारतीय जनता पार्टी 91 सीटों पर विजयी हुई थी। 2005 के चुनाव के मुकाबले जेडीयू को जहां 27 सीटों का फायदा हुआ तो बीजेपी ने 36 सीटों का इजाफा किया। लेकिन फिलहाल जदयू के पास जोड़-तोड़ के बावजूद महज 46 विधायक हैं। ऐसे में जेडीयू पार्टी को मजबूत करने के लिए अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
JDU का दावा 120 सीटों पर, BJP का फॉर्मूला अलग
जेडीयू की मंशा है कि बीजेपी और जेडीयू आधी-आधी सीटों का बंटवारा करे। मतलब जदयू 120 सीटों पर तवा कर रही है। जबकि बीजेपी अपने गठबंधन के साथी चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के लिए सीट छोड़ने के बाद बंटवारे के फार्मूले को तय करने की बात कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि जेडीयू का मानना है कि गठबंधन के साथियों को भाजपा अपने कोटे की सीट दें। जबकि भाजपा का मानना है कि गठबंधन के साथियों के लिए 43 सीट पहले ही छोड़ दी जाए। बीजेपी का फार्मूला जदयू को 100, बीजेपी को 100 और गठबंधन को 43 सीट देने का है। लेकिन जेडीयू 120 सीटों पर दावा कर सकती है।
Chirag Paswan व Jitan Ram Manjhi करेंगे BJP के लिए बैटिंग
सियासी गलियारे से आ रही खबरों के अनुसार बीजेपी का कहना है कि विधानसभा में उसके 79 विधायक हैं। जबकि जेडीयू के पास सिर्फ 46 विधायक हैं। इसलिए उसकी दावेदारी ज्यादा सीटों पर बनती है। खबर है कि चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा ने जेडीयू पर प्रेशर बनाने के लिए अपनी ओर से पिच पर उतार दिया है। जेडीयू को यह बखूबी मालूम है कि चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के पास एक खास वर्ग का वोट बैंक है। इस वोट बैंक के सहारे कई सीटों पर हार-जीत का फैसला होना है। ऐसे में गठबंधन के इन दोनों साथियों को नाराज करना जेडीयू के लिए आसान नहीं होगा। लिहाजा भाजपा, गठबंधन के इन्हीं साथियों की बदौलत जदयू पर प्रेशर गेम खेल सकती है।