Bihar News में IPS अधिकारियों के इस्तीफे की खबर खूब चर्चा में है। इस बीच एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया गया है।
Bihar Police ने फर्जी IPS को कर लिया गिरफ्तार
सिर पर आईपीएस की टोपी। तीन स्टार लगी हुई वर्दी…। वर्दी पर लिखा है बिहार पुलिस। कहते हैं कि चोरी के लिए भी दिमाग की जरूरत पड़ती है। लेकिन दिमाग ने दगा कर दिया। बिहार में एक फर्जी आईपीएस की गिरफ्तारी खूब चर्चा में है। एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया गया है जिसने सिर पर आईपीएस लिखी हुई टोपी पहन रखी है। उसके बदन पर जो वर्दी है उस वर्दी में तीन स्टार लगे हैं। लेकिन वर्दी पर बिहार पुलिस लिखा है। एक तरफ उसने टोपी आईपीएस की लगाई है तो दूसरी तरफ वर्दी बिहार पुलिस की पहन रखी है और इस वर्दी तथा टोपी में वह खुद को पुलिस अधिकारी बताकर घूम रहा था। अब उसकी खातिरदारी बिहार पुलिस कर रही है।
टोपी आईपीएस की व वर्दी बिहार पुलिस का
जमुई पुलिस ने फर्जी आईपीएस बनकर घूम रहे एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक लखीसराय जिले का रहने वाला है। जमुई की सिकंदरा थाना पुलिस के अनुसार गिरफ्तार युवक की पहचान लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र अंतर्गत गोवर्धन बीघा निवासी बबलू मांझी के पुत्र मिथलेश कुमार के रूप में हुई है। आरोप है कि गिरफ्तार मिथिलेश कुमार पुलिस की वर्दी में घूम कर धौंस जमा रहा था। इसी बीच जब कुछ लोगों की नजर उसकी टोपी और वर्दी पर पड़ी तो यह समझते देर लगा कि यह फर्जी पुलिस वाला है। क्योंकि उसने सिर पर आईपीएस की टोपी लगा रखी थी और बदन पर मौजूद वर्दी में बिहार पुलिस लिखा था। लिहाजा तत्काल इसकी सूचना जमुई पुलिस को दी गई। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
2 लाख देकर बनाया आईपीएस
जिला परिषद आवास के समीप शुक्रवार की सुबह इस फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। इसके पास से एक फर्जी पिस्तौल और कई दस्तावेज भी बरामद हुआ है। गिरफ्तार मिथिलेश ने बताया कि खैरा निवासी मनोज कुमार ने दो लाख लेकर उसे फर्जी आईपीएस अधिकारी बनाया था। उसी ने इसे हथियार और फर्जी वर्दी दे दी थी। एक महीने पहले खैरा निवासी मनोज सिंह ने दो लाख लिया था। उसे आईपीएस बनाने की बात कही थी। 4 सितंबर को उसी ने आईपीएस की वर्दी, जूता और पिस्तौल सहित और सामान भी दिया था। शुक्रवार को मिथिलेश को मनोज सिंह ने अपने घर पर बुलाया था। जहां से मिथिलेश वर्दी पहनकर सिकंदरा में घूम रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।