Bihar News : महागठबंधन की ओर से आठ विधायकों ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन किया, लेकिन सिर्फ बीमा भारती ने विधानसभा से इस्तीफा दिया। क्यों बाकी सात को यह भरोसा नहीं कि उनके नेता तेजस्वी यादव जीत दिलाने में कामयाब होंगे?
पूर्णिया लोकसभा सीट से महागठबंधन उम्मीदवार बीमा भारती ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। रूपौली से विधायक रहीं बीमा भारती लोकसभा चुनाव लड़ रहीं हैं और उन्होंने दावा किया है कि जेडीयू में नहीं रहना था, इसलिए इस्तीफा दे दिया। अब सवाल उठने लगा है कि क्या बीमा भारती को अपनी जीत को लेकर इतना आत्मविश्वास है कि उन्होंने विधायकी छोड़ दी? अगर ऐसा है तो क्या महागठबंधन के 7 अन्य उन उम्मीदवारों को हार का डर है जो विधायक रहते हुए लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं? क्योंकि बीमा भारती के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है।
आरजेडी : 4, वामदल : 2 व कांग्रेस के 1 विधायक को सता रहा हार का डर?
आरजेडी के 5 ऐसे विधायक हैं जो लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें कुमार सर्वजीत बोधगया से विधायक हैं और वे गया से चुनाव लड़ रहे हैं। सुधाकर सिंह कैमूर के रामगढ़ से विधायक हैं और बक्सर से चुनावी अखाड़े में हैं। आलोक मेहता उजियारपुर से विधायक हैं और उजियारपुर लोकसभा सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार हैं। दरभंगा ग्रामीण से विधायक ललित यादव दरभंगा से चुनाव लड़ रहे हैं। वामदल की बात करें तो पालीगंज से विधायक संदीप सौरव नालंदा लोकसभा से अखाड़े में हैं। जबकि तरारी से विधायक सुदामा प्रसाद आरा से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस की बात करें तो भागलपुर से चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे अजीत शर्मा भागलपुर से विधायक हैं। इन सब में पूर्णिया से चुनाव लड़ रहीं रूपौली की विधायक रहीं बीमा भारती ने अपना इस्तीफा दिया है। लिहाजा सवाल बीमा भारती के इस्तीफे को लेकर उठ रहा है।
जीत का कॉन्फिडेंस सिर्फ बीमा भारती को ही क्यों?
पूर्णिया से महागठबंधन प्रत्याशी बीमा भारती ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा मंजूर भी हो चुका है। लोकसभा चुनाव परिणाम आने से पहले ही बीमा भारती का विधायकी छोड़ना कई सवाल खड़ा कर रहा है। सवाल ये कि क्या उनके ऊपर इस्तीफे का दवाब था? या सबसे ज्यादा जीत का कॉन्फिडेंस बीमा भारती को ही है? हालांकि बीमा भारती का कहना है कि उन्हें जदयू में रहना नहीं है। लिहाजा विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने दल और अपने घर में वापस आ गईं हैं। ऐसे में किसी दूसरी पार्टी की विधायक क्यों रहतीं।