Bihar News में पिछले दो दिनों से जाति ही जाति छायी है। सुप्रीम कोर्ट तक जाना बेकार गया और जाति गिनकर सरकार ने दिखा दिया। तो, आज हम भी बात सिर्फ जाति की ही कर रहे हैं।
बिहार में अब सिर्फ जाति की बात हो रही है और ऐसे में हम भी अभी इसी की बात करेंगे। पढ़ी-लिखी कही जाने वाली जातियों ने नीतीश सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक गई, लेकिन जीत जाति की हुई। जाति गिनने वालों की हुई। इसलिए, सरकार भी आह्लादित है अभी कि उसने जाति के आधार पर सिर गिनकर दिखा दिए हैं। तो हमने भी आज उन सिरों को गिनकर बताने की सोची, जो जाति के आधार पर सिर गिनने से विकास का भविष्य देखते हैं। सोमवार को जातीय जनगणना (Bihar Caste Census) की रिपोर्ट आयी और मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में नेताओं ने समर्थन-विरोध का ड्रामा खेलकर इसे स्वीकार कर लिया।
सबसे ज्यादा मुसलमान, यादव-दुसाध-भूमिहार बराबर
मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में सरकार भी थी, विपक्ष भी था और खुद को दोनों से अलग बताने वाले दल भी थे। इन नेताओं में से ज्यादातर को आप पहचानते भी होंगे, लेकिन कुछ इस बैठक के हिसाब से नए चेहरे भी हैं। चूंकि यह आम आदमी की जाति गिनने के समर्थक हैं, इसलिए आप इनकी जाति देखिए। इस बैठक में तीन मुसलमान, दो-दो दुसाध, यादव व भूमिहार, एक-एक कोइरी, मुसहर, कुर्मी और मल्लाह ने मुख्य रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा विधायक दल के नेता जीतन राम मांझी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरी सहनी, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, वित्त-वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, एआईएमआईएम के इकलौते विधायक अख्तरूल ईमान, भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, सीपीआई विधायक सूर्यकांत पासवान, सीपीआईएम विधायक अजय कुमार समेत 9 दलों के नेता मौजूद थे।
तस्वीर देखिए और जात के साथ ताकत भी जानिए
ऊपर दिख रही तस्वीर में सबसे बाएं अख्तरूल ईमान मुसलमान हैं। इस तस्वीर में 13 लोग हैं और अख्तरूल समेत तीन मुसलमान हैं। पांचवें नंबर पर शकील अहमद खान दिख रहे हैं और आठवें नंबर पर महबूब आलम। अब जातीय जनगणना को देखें और यह जान लें कि बिहार में मुसलमान आबादी का प्रतिशत 17.7 है। बाएं से दूसरे हैं अजय कुमार उर्फ अजय कुशवाहा, यानी कोइरी। बिहार में कोइरी 4.21 प्रतिशत बताए गए हैं। उसके बाद कुमार सर्वजीत और सूर्यकांत पासवान हैं। दोनों दुसाध हैं। दुसाध जाति की आबादी 5.31 प्रतिशत बताई गई है। बाएं से छठे नंबर पर बिजेंद्र प्रसाद यादव हैं और नौवें नंबर पर तेजस्वी प्रसाद यादव हैं। दोनों यादव हैं। यादवों की आबादी बिहार में सर्वाधिक 14.26 प्रतिशत दिखाई गई है। सातवें नंबर पर जीतन राम मांझी हैं। यह इस तस्वीर के इकलौते मुसहर हैं। बिहार में मुसहर 3.08 प्रतिशत बताए गए हैं। बाएं से 10वें नंबर पर नीतीश कुमार हैं। नीतीश की कुर्मी जाति की आबादी 2.87 प्रतिशत है। इसके बाद 11वें और 12वें नंबर पर विजय कुमार सिन्हा और विजय कुमार चौधरी हैं। दोनों भूमिहार हैं। बिहार में भूमिहार 2.89 प्रतिशत मिले हैं। सबसे दाएं हरि सहनी हैं। वह मल्लाह जाति के हैं, जिसकी आबादी 2.6 प्रतिशत है।