Bihar Cabinet Expansion : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है। ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने जैसा बताया था, ठीक वैसा ही हुआ। मंत्री दिलीप जायसवाल को कुर्सी छोड़नी पड़ी। उनका इस्तीफा राज भवन भेज दिया गया है।
Bihar News : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले दिलीप जायसवाल का इस्तीफा
बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार आज हो जाएगा। इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और भू एवं राजस्व विभाग के मंत्री दिलीप जायसवाल ने इस्तीफा दे दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार से जुड़ी चिट्ठी राजभवन को भेजी गई है। इस्तीफे के बाद मंत्री दिलीप जायसवाल ने इसकी पुष्टि भी की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का फार्मूला है। इसलिए आज मैं मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
Bihar Politics : बीजेपी के पांच विधायक बन सकते हैं मंत्री
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। इस बीच मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कोर कमेटी की बैठक के दौरान इसपर मुहर लगी और कमेटी में यह भी तय किया गया कि मंत्रिमंडल में किन चेहरों को जगह दी जाएगी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी कोटे से 4 से 5 विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार का मकसद आने वाला 2025 का विधानसभा चुनाव देखा जा रहा है। एनडीए मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने विधानसभा चुनाव के जातीय गणित को साधने की कोशिश करेगी। सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल में अगड़ी जाति से दो मंत्री बन सकते हैं। राजपूत और भूमिहार जाति से मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके साथ ही अति पिछड़ा में समाज दो लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है। तेली जाति से एक मंत्री का बनना लगभग तय है। जबकि पिछड़ी जाति से एक मंत्री बन सकते हैं। कुर्मी और कुशवाहा समाज को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी।
14 अक्टूबर 2024 को ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने प्रकाशित की थी खबर
Nitish Kumar Cabinet : जीवेश मिश्रा, अनिल शर्मा, नवल किशोर यादव और कविता देवी का नाम चर्चा में है
बीजेपी से पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा और अनिल शर्मा के साथ ही पिछड़े समुदाय से आने वाले एमएलसी नवल किशोर यादव को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। मंत्रिमंडल में एक महिला को भी जगह दी जा सकती है। कविता देवी के नाम पर पार्टी के अंदर चर्चा चल रही है। इसके साथ ही फार्मूला यह भी तय किया गया है कि वैसे मंत्री जिनके पास एक से अधिक विभाग है, उनसे एक विभाग वापस लिया जाए। फिलहाल ऐसे कई मंत्री हैं जिनके पास एक से अधिक विभाग है। उनका विभाग नए मंत्रियों को सौंपा जा सकता है।
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