Uttar Pradesh : हम ऐसी खबरें जान-बूझ कर सामने लाते हैं, ताकि आपकी आंखें खुलें। समाज की गंदगी से होशियार रखना मीडिया की जिम्मेदारी है। यह खबर उसी जिम्मेदारी के तहत है, जहां इलाज के नाम पर एक शख्स ने महिला का पूरा परिवार बर्बाद कर दिया।
Uttar Pradesh News : आश्रम के महंत की करतूत से मानवता शर्मशार
यह खबर आंखें खोलने वाली है। चेतावनी देती है। साथ ही यह भी बताती है कि इलाज कराने के लिए किसी डॉक्टर पर भरोसा किया जा सकता है, किसी महंत पर नहीं। खबर उत्तर प्रदेश से है। ऐसी खबर, जिसमें यूपी पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है क्योंकि एक महिला का शोषण होता रहा और उसे कोर्ट की शरण के बाद ही न्याय की उम्मीद दिखी। एक आश्रम के महंत ने इलाज के नाम पर महिला से संबंध बनाया। फिर उसी का वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल कर बलात्कार करने लगा।
महिला ने उसके भाई से मदद की गुहार लगाई तो उसने भी रास्ता निकालने के नाम पर भरोसे में लेकर दुष्कर्म किया। जब महिला बगावत पर उतरी तो उसके बेटे को अगवा कर लिया गया। इतना कुछ होने के बाद भी जब महिला और उसका पति पुलिस से मदद नहीं ले सके तो कोर्ट गए। तब जाकर यह ढोंगी गिरफ्तार किया गया। उसका भाई और इस कांड में उसके साथ रहे बाकी आरोपी अब भी गिरफ्त से दूर हैं।
Mainpuri Mahant Case : महंत अजय दास ने कैसे फंसाया, जानें सारे आरोप
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी पुलिस ने एक आश्रम के महंत अजय दास को बलात्कार, ब्लैकमेल, जान की धमकी देने और अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया है। मैनपुरी के कुरावली में आश्रम की कुटिया में 2023 में यह सब शुरू हुआ। अब जब महिला के बेटे का अपहरण हो गया तो कोर्ट के आदेश पर महंत और अन्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
आरोपी महंत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। महिला ने अपनी तहरीर में जानकारी दी थी कि इलाज के नाम पर वह महंत के पास गई थी। उसने भरोसे में लेकर इलाज के लिए जरूरी कुछ बातें कही और फिर अकेला पाकर संबंध बना लिया। फिर उसी का वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करते हुए बलात्कार करने लगा।
यह भी पढ़ें- गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा की मौत
Uttar Pradesh : गिरफ्तार एक आरोपी के साथ बाकी की पहचान भी जानें
कुरावली थाना के प्रेमपुरा निवासी महंत अजय दास और उसके भाई ठाकुर आनंद नंदन के साथ एटा निवासी अनीस उर्फ सचिन यादव और अजय दास के साथ रहने वाले उसके हथियारबंद निजी सुरक्षाकर्मी रोहित यादव के खिलाफ महिला ने कोर्ट में शिकायत की थी। महिला ने तहरीर में लिखा है- “3 अप्रैल 2023 को अजय दास ने इलाज के बहाने फोन कर बुलाया। इलाज के लिए जरूरी बताते हुए पहले छूने लगा, फिर आश्रम की कुटिया में जिस्मानी संबंध बनाते हुए उसका वीडियो बना लिया। उस समय विरोध किया तो जान से मारने की धमकी दी। फिर अप्रैल में वीडियो वायरल करने का भय दिखाकर बलात्कार किया था।
दो बार यह हो गया तो महिला ने अगले महीने महंत के भाई ठाकुर आनंद नंदन से मिलकर उससे कहा कि किसी तरह वीडियो डिलीट करा दे। उसने वीडियो को लेकर भरोसा दिलाया। फिर इस एवज में कुटिया के अंदर जाकर उसने भी दुष्कर्म किया। महिला ने घटनाओं की तारीख का जिक्र करते हुए आगे बताया कि 27 अगस्त 2024 को जब घर में हंगामा होने लगा तो पति ने आश्रम में जाकर विरोध किया। पति को भी जान से मारने की धमकी दी गई। फिर 30 अगस्त 2024 को दोनों भाइयों ने घर में गुंडे भेजकर परिवार सहित मारने की धमकी दी।”
UP Police : यूपी पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज की प्राथमिकी
महिला ने अपनी तहरीर में जानकारी दी कि 12 अक्तूबर 2024 को वह बेटे के साथ कहीं जा रही थी तो महंत के सहयोगी अनीश उर्फ सचिन यादव, गनर रोहित यादव समेत कई लोगों ने उन्हें घेर लिया। फिर समझौता करने के लिए दबाव डाला। मना किया तो सचिन और अजय उसके बेटे को दूसरी कार में अगवा कर ले गए। इसके बाद सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिया। पुलिस से मदद नहीं मिली तो कोर्ट में फरियाद लगाई। अब तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज हुई तो महंत को गिरफ्तार किया गया।