PM Modi : यह साढ़े छह किलोमीटर लंबी सुरंग है। ऐसी सुरंग, जो जम्मू-कश्मीर घाटी में आम लोगों से लेकर सेना तक के लिए वरदान साबित होगी। 2400 करोड़ की यह सुरंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को सौंपी है।
Z Morh Tunnel : श्रीनगर-लेह मार्ग पर क्यों बना जेड मोड़ सुरंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर हैं। पीएम मोदी (PM Modi) एक नई लाइफलाइन का लोकार्पण करने पहुंचे हैं। इस लाइफलाइन का नाम है- जेड मोड़ सुरंग। जी हां, 2400 करोड़ रुपए की सुरंग। ऐसी सुरंग, जो पर्यटकों को लुभाने का जरिया बनेगी। ऐसी सुरंग, जो सैन्य सुरक्षा की दृष्टि से बेमिसाल है। यानी, कुल मिलाकर ऐसी सुरंग, जो आम लोगों की जिंदगी बदल देगी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों यह जेड मोड़ सुरंग (Z Morh Tunnel) जनता को मिल गया है।
PM Modi : जेड मोड़ सुरंग नाम क्यों रखा गया, कितने फायदे हैं?
अंग्रेजी के अक्षर ‘जेड’ के आकार का होने के कारण इसका नाम ‘जेड मोड़ सुरंग’ (Z Morh Tunnel sonamarg) रखा गया है। इस सुरंग के बनने से श्रीनगर से लेह की दूरी में 12 किलोमीटर की कमी आई है, जो 15 मिनट में पूरी हो सकेगी। पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक- इस सुरंग के खुलने के बाद सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सर्दियों में हिमस्खलन के कारण हाइवे पर घंटों फंसे रहने का डर खत्म हो जाएगा। जोजिला सुरंग के पूरा होने से श्रीनगर-लेह मार्ग सालभर खुला रहेगा, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को लाभ होगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और सामरिक दृष्टि से भी यह क्षेत्र महत्वपूर्ण बनेगा। इस परियोजना की शुरुआत मई 2015 में हुई थी, और सुरंग का निर्माण 2024 में समाप्त हुआ। यह सुरंग जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के बीच कनेक्टिविटी में सुधार लाएगी और यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक रास्ता मुहैया कराएगी। अब इस क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियां बढ़ने की संभावना है, जो विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
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Jammu Kashmir : लद्दाख के नजरिए से बड़े काम की चीज बन गई
6.5 किलोमीटर लंबे जेड मोड़ सुरंग का निर्माण अब पूरा हो चुका है। इस सुरंग का निर्माण श्रीनगर से सोनमर्ग और बाद में लद्दाख के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से किया गया है। इस परियोजना में कुल 2400 करोड़ रुपए का खर्च आया है। जेड मोड़ सुरंग का मुख्य उद्देश्य जम्मू और कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्रों के बीच संपर्क बेहतर करना और लद्दाख क्षेत्र की रणनीतिक स्थिति को मजबूत करना है। लद्दाख उच्च पर्वतीय क्षेत्र में स्थित है और हर साल भारी बर्फबारी और कठिन भूगोल के कारण अन्य क्षेत्रों से कट जाता है। ऐसे में यह सुरंग मौसम के कारण होने वाली बाधाओं को कम करने में सहायक साबित होगा। इस सुरंग के माध्यम से श्रीनगर और लद्दाख के बीच यात्रा में काफी समय की बचत होगी। साथ ही यह क्षेत्रीय आर्थिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा देने का कार्य करेगा। सुरंग के निर्माण में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे इसका जीवनकाल भी लंबा होगा और यह सुरक्षित भी होगा। सुरंग में यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए सभी प्रकार के उच्चतम मानकों का पालन किया गया है।
Z Morh Tunnel Sonamarg : 12 साल बाद तैयार हुआ महत्वाकांक्षी टनल प्रोजेक्ट
जम्मू-कश्मीर में 2012 में यह महत्वपूर्ण टनल प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, जिसे प्रधानमंत्री बने के बाद नरेंद्र मोदी ने कई स्तर पर देखा और जरूरी बदलाव कराए। इस टनल का निर्माण अगस्त 2023 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई। इस परियोजना को पूरा होने में 12 साल का समय लगा। इस काम के लिए 36 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण और प्रारंभिक इंफ्रास्ट्रक्चर की प्लानिंग पर खर्च हुए। टनल समुद्र तल से 2600 मीटर (5652 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और यह मौजूदा जेड आकार सड़क से लगभग 400 मीटर नीचे बनाई गई है। यह टनल न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि यात्रा को भी सुरक्षित और सुगम बनाएगी। इस टनल के खुलने से जम्मू और कश्मीर के दूरदराज के इलाकों में भी यात्रा करना आसान हो जाएगा, जिससे आर्थिक और सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे।