Gold Loan के फ्रॉड से जुड़ी यह खबर हैरान करने वाली है। बैंक से गोल्ड लोन लेने वालों ने बड़ा खेल कर दिया है।
Bihar News : नकली सोना देकर लोन लेने का खुलासा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस मसले पर चिंता जताई थी। कई बैंक और फाइनेंस सेक्टर की निजी कॉपमानियों की इंटरनल रिपोर्ट में यह बात सामने आ रही थी कि गोल्ड लोन में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। अब गोल्ड लोन के नाम पर एक बड़े खेल का खुलासा हुआ है। पटना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया है।
Patna News : फतुहा के Bank Of India में फर्जीवाड़ा
फतुहा के स्टेशन रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से नकली सोना गिरवी रखकर 12 ग्राहकों ने लोन के नाम पर बैंक को करीब 62 लाख रुपए का चूना लगा दिया है। इस मामले में शाखा प्रबंधक प्रीतम कुमार ने थाने में फर्जीवाड़ा कर लोन लेने वाले 12 ग्राहकों के साथ-साथ बैंक से जुड़े सोनार को भी आरोपित करते हुए केस दर्ज कराया है। फर्जी गोल्ड पर अनीता कुमारी ने दो लाख, अमृता परसाना ने दो लाख, बबीता देवी ने 1.19 लाख, बिट्टू कुमार ने 5.90 लाख, बुत्री देवी ने 9.70 लाख, चांदनी देवी ने दो लाख, मंजू देवी ने 1.96 लाख, मीना देवी ने 1.95 लाख, पम्मी देवी ने दो लाख, सुनीता देवी ने 1.90 लाख, विनय कुमार ने 9.30 लाख, तथा जीनत परवीन ने दो लाख रुपए लिए हैं।
Bank Of India : बैंक के सोनार ने ही कर दिया खेल
बैंक प्रबंधक प्रीतम कुमार ने बताया कि बैंक में गिरवी रखे ग्राहकों के सोना को पटना से आई टीम के द्वारा वार्षिक मूल्यांकन किया जा रहा था। मूल्यांकन टीम ने एक दर्जन ग्राहकों के सोना को नकली बताया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में गोल्ड लोन के लिए फतुहा और पटना के कई ग्राहकों ने आवेदन किया था। आवेदन प्राप्त होने के बाद ग्राहकों द्वारा सोना को बैंक में जमा कराया गया। बैंक में सोना जमा कराते ही फतुहा के गोविंदपुर स्थित राजन ज्वेलर्स जो कि बैंक का इम्पैनल संस्थान था, के द्वारा जमा किए गए सोना का मूल्यांकन किया था। उक्त ज्वेलर्स संस्थान की रिपोर्ट पर ही बैंक ने लोन प्रकिया को पूरी करते हुए सभी 12 ग्राहक को उनकी आवश्यकतानुसार लोन दे दिया। बैंक प्रबंधक प्रीतम कुमार ने बताया कि इन ग्राहकों के साथ साथ गोविंदपुर के राजन ज्वेलर्स के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया है। फतुहा थानाध्यक्ष रुपक कुमार अंबुज ने बताया कि एक फर्जीवाड़ा का मामला फतुहा के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का प्रकाश में आया है। प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।