IAS Sanjeev Hans केस ने Bihar के ब्यूरोक्रेटिक लॉबी को हिला दिया है। एक सीनियर आईएएस अधिकारी को ED का नोटिस मिलने से खलबली मची है।
Bihar News : अब IAS Officer लॉबी में खलबली, हलचल तेज
बिहार के आईएएस लॉबी में हड़कंप मचा है। प्रवर्तन निदेशालय के एक्शन से ब्यूरोक्रेटिक लॉबी में खलबली मची है। आईएएस संजीव हंस की गिरफ्तारी के बाद ईडी को अब संजीव हंस का रिमांड भी मिल चुका है। इन सब के बीच लॉबी के अंदर से जो खबरें सामने आ रहीं हैं, वह बेहद हैरान करने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस में बिहार के दो सीनियर आईएएस के बेटे से भी पूछताछ की है। इसके साथ ही, एक सीनियर आईएएस अधिकारी को ED का नोटिस मिल चुका है। मतलब साफ है कि अब बिहार के कई आईएएस अधिकारी ईडी की रडार पर आ गए हैं। लाजमी है कि ईडी के एक्शन से ब्यूरोक्रेटिक लॉबी में अफरा-तफरी का माहौल है।
7 दिनों तक ED के रिमांड रूम में रहेंगे संजीव हंस
मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस संजीव हस से अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) सवाल-जवाब करेगी। पटना स्थित ईडी की विशेष अदालत ने 1997 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस को सात दिनों के लिए ईडी की रिमांड पर भेजा है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के केस में संजीव हंस से आगे की पूछताछ करना चाहती है। अदालत ने बेऊर जेल के अधीक्षक को आदेश दिया है कि संजीव हंस को आगे की पूछताछ के लिए दो दिनों के अंदर हैंडओवर करें। 18 अक्टूबर को ईडी ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस को पटना स्थित उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया था। हंस बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग में प्रधान सचिव के पद पर पदस्थापित थे। लेकिन उनपर भ्रष्टाचार के केस दर्ज होने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। भ्रष्टाचार से जुड़े केस में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस के अलावा पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी गिरफ्तार किया गया था।
2 IAS के बेटों से ED ने की पूछताछ, सिस्टम चलाने वाले खुद फंस गए
सूत्रों के अनुसार, मनी लांड्रिंग के इस केस में कई बड़ी मछलियां फंस गईं हैं। आईएएस लॉबी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संजीव हंस के साथ मिलकर पैसों को ठिकाने लगाने वाले कई अधिकारी और उनके बेटे ईडी की हिट लिस्ट में हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने इस केस से जुड़े दो संदिग्धों से पूछ की है। यह दो संदिग्ध बिहार के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बेटे हैं। कहा जाता है कि बिहार में मुख्यमंत्री भले ही नीतीश कुमार हैं, लेकिन सिस्टम को चलाने की पूरी जिम्मेदारी इन्हीं दो आईएएस अफसरों ने उठा रखी है। सीएसआर फंड के जरिए करोड़ों के ट्रांजैक्शन में मिले झोल के बाद एक आईएएस अधिकारी के बेटे से पूछताछ की गई थी। जबकि पूछताछ के बाद एक और सीनियर आईएएस अधिकारी के बेटे को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिलने की भी खबर है।
सीनियर IAS को ईडी की नोटिस, रसूखदारों के पर कतरे जाने लगे
दो आईएएस अधिकारियों के बेटों से पूछताछ के बाद ED ने बिहार के एक सीनियर आईएएस अधिकारी को नोटिस भेजा है। संजीव हंस की गिरफ्तारी के बाद यह नोटिस बिहार के एक सीनियर आईएएस अधिकारी को मिला है। नोटिस मिलने के बाद आईएएस लॉबी में हड़कंप मचा है। आनन-फानन में अफसरों के कई पद बदले जा रहे हैं। मतलब, लॉबी के रसूखदार अफसर के पर काटे जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रवर्तन निदेशालय ने जिस आईएएस अधिकारी को नोटिस भेजा है, वह बिहार के उन अफसर में शामिल हैं जिनका जलवा देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी देखने को मिल चुका है। ईडी की इस कार्रवाई से अफसरों के हलक सूखने लगे हैं। सभी कि निगाहें संजीव हंस के रिमांड रूम पर टिकी हैं।
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